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Chandigarh: संदीप सिंह के आवास पर तैनात चार कर्मियों से तीन घंटे पूछताछ, पूछे 96 सवाल


चंडीगढ़, : महिला कोच से छेड़छाड़ के मामले में फंसे हरियाणा के मंत्री व भारतीय हाकी टीम के पूर्व कप्तान संदीप सिंह की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। उनके चंडीगढ़ स्थित सरकारी आवास पर तैनात चार कर्मियों से वीरवार को सेक्टर-26 थाने में एसआइटी ने पूछताछ की है। तीन घंटे चली पूछताछ में एसआइटी ने कर्मियों से 96 सवाल पूछे। इस दौरान उनके बयान भी दर्ज किए गए। एसआइटी ने पीड़िता पक्ष के आरोप और संदीप सिंह के बयान को क्रास कर कर्मियों से सवाल-जवाब किया।

एसआइटी के अधिकारी मामले की जानकारी देने से बच रहे

हालांकि एसआइटी में शामिल अधिकारी मामला हाईप्रोफाइल होने के कारण जांच प्रभावित होने का हवाला देकर इस संबंध में कुछ भी बताने से बचते रहे। उनका कहना था कि आरोप के मुताबिक वारदात के समय संदीप के सेक्टर-7 स्थित आवास पर मौजूद रहे सभी कर्मचारी, गनमैन और नौकरों से पूछताछ की जा रही है। सूत्रों के अनुसार पूछताछ में एसआइटी ने महिला कोच के आरोपों के मुताबिक एक जुलाई 2021 की शाम आवास पर आने, संदीप सिंह की आवास पर मौजूदगी, दोनों से मुलाकात और घटनाक्रम के बारे में गहनता से पूछताछ की है।

रिकार्ड मिलने के बाद भी एसआइटी कर रही पूछताछ

हालांकि एसआइटी को अपने सवालों का स्पष्ट जवाब नहीं मिल सका है। यह भी बताया जा रहा है कि दो कर्मचारियों ने काफी पुरानी बात कह अब तक याद न होने की बात कही है। पीडब्ल्यूडी से मिला रिकार्ड : महिला कोच ने आरोप लगाते हुए कहा था कि संदीप सिंह ने एक जुलाई 2021 की शाम सरकारी आवास पर बुलाकर वारदात को अंजाम दिया। इसके बाद एसआइटी ने हरियाणा के पीडब्ल्यूडी से संदीप सिंह के आवास पर तैनात कर्मचारियों के बारे में रिकार्ड मांगा था। पीडब्ल्यूडी से रिकार्ड मिलने के बाद एसआइटी एक-एक कर कर्मचारियों से पूछताछ कर रही है। एसआइटी महिला कोच और संदीप सिंह के बीच हुई बातचीत को लेकर सवाल पूछ रही है। इसके अलावा दोनों की तरफ से आन रिकार्ड आरोप और बयान को क्रास कर मैच किया जा रहा है।

संदीप सिंह सरकारी आवास के गेट से हटा खेल मंत्री का बोर्ड

आवास से हटाया खेल राज्य मंत्री का बोर्ड सेक्टर-3 थाना पुलिस ने 31 दिसंबर की रात मंत्री संदीप सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया था। मामले के तूल पकड़ने पर सरकार की ओर से संदीप सिंह से खेल मंत्रालय वापस लेने की बात कही गई थी। लेकिन सेक्टर-7 स्थित सरकारी आवास के बाहर खेल राज्य मंत्री का बोर्ड लगा ही रहा। सरकार की तरफ से मंत्रालय वापस लेने की आधिकारिक घोषणा के बाद अब आवास से बोर्ड हटा दिया गया है।