रायपुर। मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में चुनाव प्रचार के दौरान असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आमने-सामने आ गए। इस दौरान दोनों नेताओं ने एक-दूसरे से मुलाकात की और हाथ मिलाए। हालांकि, दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात बस कुछ ही मिनट की थी।
इस बीच, गुरुवार को असम के मुख्यमंत्री ने ‘अकबर’ वाली टिप्पणी को लेकर चुनाव आयोग के नोटिस पर कहा, “जब मैंने अकबर के बारे में बोला तो कांग्रेस ने मेरे खिलाफ शिकायत की। अगर मैंने टीएस के खिलाफ कुछ बोला होता तो शिकायत दर्ज करना उचित होता।”
”अकबर’ कांग्रेस के लिए प्रिय क्यों?’
उन्होंने कहा, “सिंह देव या बघेल या कोई भी कांग्रेस नेता हो…मुझे लगता है कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस के लिए ‘अकबर’ भूपेश बघेल से अधिक महत्वपूर्ण हैं। ‘अकबर’ आपके (कांग्रेस) लिए इतने प्रिय क्यों हैं?”
हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, “मेरे पास जो खबर है, उसमें कांग्रेस ने निर्णय लिया है कि छत्तीसगढ़ के पोस्टर, बैनर से धीरे-धीरे भूपेश बघेल का नाम हटाना सही है। इसकी चर्चा कांग्रेस वर्किंग कमेटी में की गई। आपने ध्यान दिया होगा कि इससे पिछला चुनाव भूपेश बघेल के नाम पर हुआ था, लेकिन इस बार का चुनाव बघेल के नाम पर नहीं हो रहा है। कांग्रेस में ये प्रोसेस पिछले 10 दिन से चल रहा है। मुझे इतनी जानकारी इसलिए है क्योंकि मैं कांग्रेस में 22 साल तक रहा हूं। आप देखना चुनाव के बाद कांग्रेस नेता पक्ष से बघेल का नाम हटा देगी।”