नई दिल्ली, । कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार शशि थरूर ने पार्टी के डेलीगेट (निर्वाचक मंडल के सदस्यों) से अपना समर्थन करने की अपील करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी का मुकाबला करने के लिए जरूरी है कि नई कल्पना वाली कांग्रेस हो। थरूर ने अपने प्रतिद्वंद्वी मल्लिकार्जुन खड़गे से बहस की पैरवी करने के बाद यह भी कहा कि वह खड़गे की इस बात से सहमत हैं कि दोनों को एक-दूसरे से नहीं, बल्कि भाजपा से लड़ना है। थरूर ने सोमवार को ट्वीट किया, ”मैं खड़गे जी से सहमत हूं कि कांग्रेस में हम सभी लोगों को एक दूसरे के बजाय भाजपा से मुकाबला करना है। हमारे बीच कोई वैचारिक मतभेद नहीं है।’
थरूर ने कहा, ‘हमारी लड़ाई BJP के खिलाफ है’
लोकसभा सदस्य थरूर ने कहा, ”17 अक्टूबर को मतदान करने वाले हमारे साथियों को सिर्फ यह तय करना है कि इसे (भाजपा के खिलाफ लड़ाई) कैसे सर्वाधिक प्रभावी ढंग से किया जा सकता है।” थरूर ने रविवार को कहा था कि वह मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ सार्वजनिक बहस के लिए तैयार हैं, क्योंकि इससे लोगों की पार्टी में उसी तरह से दिलचस्पी पैदा होगी, जैसे कि हाल में ब्रिटेन में कंजरवेटिव पार्टी के नेतृत्व पद के चुनाव को लेकर हुई थी।
उनकी इस टिप्पणी पर खड़गे ने कहा था कि उन्हें और थरूर को भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के खिलाफ मिलकर लड़ना है। खड़गे का यह भी कहना था कि उन्हें और थरूर को महंगाई तथा बेरोजगारी जैसे मुद्दों के साथ ही भाजपा और संघ की विचारधारा के खिलाफ मिलकर काम करना है।
थरूर ने कहा, ‘खड़गे के पास व्यापक अनुभव, योग्यता और ज्ञान है’
चुनाव प्रचार के लिए हैदराबाद पहुंचे थरूर ने कहा कि वह खड़गे का बहुत सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि हमें नई तरह की और नई कल्पना वाली कांग्रेस की जरूरत है ताकि भाजपा का मुकाबला किया जा सके। इसलिए मैंने इस चुनाव में अपनी उम्मीदवारी को आगे बढ़ाया है।’ थरूर का कहना था, ‘हम चाहते हैं कि हमारे देश में कांग्रेस एक बार फिर जीते।
जहां तक मेरा सवाल है तो इस चुनाव में सिर्फ इसी बात को लेकर अंतर है कि हम कांग्रेस पार्टी के सामने मौजूद चुनौतियों से कैसे निपटते हैं ताकि भाजपा और उसकी मजबूत चुनावी मशीनरी से पार पा सकें।’ उनके अनुसार, इस चुनावी मुकाबले में उनके और खड़गे के बीच कोई कलह नहीं है। उन्होंने कहा कि खड़गे के पास व्यापक अनुभव, योग्यता और ज्ञान है। थरूर ने यह भी कहा, ‘मेरा रवैया अलग है और मैं इसे मतदाताओं के समक्ष रख रहा हूं। हम सब एकजुट हैं।
‘उनके मुताबिक, दोनों उम्मीदवारों में से कोई भी जीते, लेकिन यह कांग्रेस की सबसे बड़ी जीत होगी तथा वह अपना नामांकन वापस नहीं लेंगे। थरूर का कहना था कि उनके प्रचार में लोगों की अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है और आगे वह मुंबई, चेन्नई और देश के कई अन्य हिस्सों में जाएंगे। बुधवार को सभी डेलीगेट का फोन नंबर मिल जाएगा तो वह उनसे संपर्क करेंगे।
खड़गे और थरूर कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में उम्मीदवार हैं। यदि पार्टी के इन दोनों नेताओं में से कोई भी नामांकन वापस नहीं लेता है, तो 17 अक्टूबर को मतदान होगा, जिसमें निर्वाचक मंडल के नौ हजार से अधिक सदस्य मतदान करेंगे। मतगणना 19 अक्टूबर को होगी। वैसे थरूर ने स्पष्ट कर दिया है कि वह चुनाव लड़ेंगे।