Latest News नयी दिल्ली राष्ट्रीय

Congress Toolkit Case: कांग्रेस ने जेपी नड्डा, स्मृति ईरानी समेत कई बीजेपी नेताओं पर दर्ज किया एआईआर


  • कोरोना टूलकिट मामले को लेकर कांग्रेस रेस नजर आ रही है. कांग्रेस ने इस मसले पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, ​​भाजपा महासचिव बीएल संतोष और प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. राजस्थान के जयपुर स्थित बजाज नगर पुलिस स्टेशन में बीजेपी नेताओं के खिलाफ दर्ज किये गये आरोप में कांग्रेस ने बीजेपी झूठ, छल और पाखंड की राजनीति करने का आरोप लगाया है. राजस्थान कांग्रेस के सचिव जसवंत गुर्जर ने शिकायत दर्ज करायी है.

बीजेपी द्वारा टूलकिट जारी करने के बाद कांग्रेस की तरफ से यह कदम उठाया गया है. बीजेपी के टूलकिट में दावा किया गया है कि कोरोना संक्रमण से निपटने के खिलाफ पीएम मोदी और केंद्र सरकार की छवि को खराब करने के लिए कांग्रेस ने यह टूलकिट बनाया है. जबकि कांग्रेस ने बीजेपी के आरोपो को फर्जी करार दिया है.

टूलकिट के बारे में सबसे पहले जेपी नड्डा ने ट्वीट कर शेयर किया था. इसके बाद स्मृति ईरानी, ​​संतोष और संबित पात्रा ने इश ट्वीट को शेयर करके कांग्रेस पर आरोप लगाया था. बीजेपी नेताओं ने “एआईसीसी अनुसंधान विभाग” के लेटरहेड पर छपा हुआ एक दस्तावेज़ साझा किया.

इसके बाद कांग्रेस की छात्र ईकाई NSUI ने भी छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और संबित पात्रा के खिलाफ “झूठी और मनगढ़ंत” सामग्री छापने के लिए रायपुर में प्राथमिकी दर्ज की है. नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा की शिकायत पर सिविल लाइंस थाने में मामला दर्ज कराया गया है. शर्मा ने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं ने AICC अनुसंधान विभाग के फर्जी लेटरहेड का उपयोग करके मनगढ़ंत सामग्री प्रसारित की.

बीजेपी नेताओं के खिलाफ आईपीसी की धारा 469 (प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से जालसाजी), 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान), 505 (1) (बी) (भय पैदा करने के इरादे से अफवाह फैलाना या रिपोर्ट करना) के तहत मामला दर्ज किया गया था.

गौरतलब है कि टूलकिट के जरिये कथित तौर पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं से कहा गया है कि वो सोशल मीडिया पर “इंडियन स्ट्रेन” और “मोदी स्ट्रेन” जैसे शब्दों का प्रयोग करें. साथ ही कुंभ के लिए “सुपर स्प्रेडर कुंभ शब्द का उपयोग करने के लिए कहा गया है. इसके साथ ही कार्यकर्ताओं से कहा गया है कि कोरोना के कारण हो रही मौत के बाद अत्येष्टि और शवों की नाटकीय तस्वीरों का उपयोग किया जाए.