नई दिल्ली। : कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लोकसभा में पार्टी का नेता नियुक्त किया जाने के लिए कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) के सदस्यों ने एक प्रस्ताव पारित किया है। हालांकि, राहुल गांधी ने सीडब्ल्यूसी से कहा है कि वह बहुत जल्द (लोकसभा में विपक्ष का नेता बनने पर) फैसला लेंगे। दरअसल, कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने शनिवार को पार्टी कार्यसमिति की बैठक में भविष्य की रणनीति तय करने के लिए लोकसभा चुनाव परिणामों पर महत्वपूर्ण विचार-विमर्श किया।
पार्टी की सीडब्ल्यूसी बैठक के बाद कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल से जब ये पूछा गया कि राहुल गांधी कौन सी सीट (रायबरेली या वायनाड) रखेंगे, उन्होंने कहा, ‘यह फैसला 17 तारीख से पहले लिया जाना है और यह 3-4 दिनों में आ जाएगा।’
बैठक में कौन-कौन शामिल?
इस बैठक में पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा सहित शीर्ष नेता शामिल हुए। इसके अलावा अन्य नेता भी इस बैठक में हिस्सा लिया। बता दें कि इस बैठक में वरिष्ठ पार्टी नेता और सीडब्ल्यूसी के सदस्य, कांग्रेस विधायक दल के नेता और विभिन्न राज्यों के प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पार्टी के प्रदर्शन का विश्लेषण करेंगे और संगठन को मजबूत करने के उपाय सुझाएंगे।
CWC बैठक में रात्रिभोज का भी आयोजन
इस बैठक के बाद सीडब्ल्यूसी सदस्यों और पार्टी सांसदों के लिए रात्रिभोज का आयोजन भी किया जाएगा। पार्टी सांसद इस बैठक में नए कांग्रेस संसदीय दल के अध्यक्ष का भी चुनाव करेंगे। सोनिया गांधी के सीपीपी अध्यक्ष के रूप में फिर से चुने जाने की संभावना है।
कांग्रेस संसदीय दल की बैठक इस समय
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने x पर CWC की बैठक को लेकर अपडेट दिया। उन्होंने लिखा, ‘2024 का चुनाव नरेंद्र मोदी और भाजपा के लिए नैतिक हार है, जबकि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और I.N,D.I गठबंधन के लिए मनोबल बढ़ाने वाला है। विस्तारित कांग्रेस कार्य समिति की बैठक आज सुबह 11 बजे हो रही है और कांग्रेस संसदीय दल की बैठक शाम 5.30 बजे होगी।’
140 करोड़ भारतीयों की मांग
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने भी कहा कि यह 140 करोड़ भारतीयों की मांग है। उन्होंने कहा, ‘हमें अभी तक सीडब्ल्यूसी की बैठक के एजेंडे के बारे में पता नहीं है। हमारी मांग 140 करोड़ भारतीयों की मांग के समान ही है। राहुल गांधी को विपक्ष के नेता के रूप में पद संभालना होगा। राहुल गांधी महिलाओं और बेरोजगारों के लिए लड़ते रहे हैं।’