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गांधी मूर्ति पर धरने पर बैठीं ममता बनर्जी , बनाती दिखीं पेंटिंग


नई दिल्‍ली: भारत के चुनाव आयोग (ECI) द्वारा 12 अप्रैल की रात 8 बजे से 13 अप्रैल की रात 8 बजे तक किसी भी तरीके से प्रचार करने पर 24 घंटे के लिए प्रतिबंध लगाने के बाद पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी गांधी मूर्ति पर धरने पर बैठीं। यहां पर सीएम ममता बनर्जी पेंटिंग बनाती दिखी।

व्हीलचेयर पर टीएमसी प्रमुख लगभग 11:40 बजे धरना पर पहुंची। उनके साथ कोई भी टीएमसी नेता या समर्थकों नहीं था। टीएमसी नेता ने कहा, “धरना स्थल के पास पार्टी के किसी भी नेता को जाने की अनुमति नहीं है।”

ममता को धरने के लिए नहीं दी गई इजाजत

जहां पर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी धरना दे रही है, वह क्षेत्र भारतीय सेना की पूर्वी कमान के अंडर आता है। पूर्वी कमान के अधिकारी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस ने इस क्षेत्र में ममता बनर्जी के धरने के लिए अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) के लिए सुबह 9:40 बजे एक आवेदन पेश किया था। लेकिन सेना ने अभी भी धरने के लिए अपनी जगह नहीं दी गई है। यह प्रक्रिया के तहत है और एनओसी अभी तक जारी नहीं किया गया है।

टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने कहा है कि वह हिंसा, भड़काऊ टिप्पणी करने वालों को प्रतिबंधित करने के लिए राज्य विधानसभा में एक विधेयक पेश करेगी।
दुमका में एक रैली को संबोधित करते हुए, बनर्जी ने कहा, “भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) को कोई शर्म नहीं है। चार लोगों को मारने के बाद वे कह रहे हैं कि चार और राउंड फायर किए जाने चाहिए थे। क्या यह एक राजनीतिक पार्टी बोलती है? हमें, राजनीति में जीभ पर नियंत्रण रखना चाहिए। हम किस देश में रह रहे हैं। मुझे इन लोगों को बंगाल का हिस्सा कहने में शर्म आती है। उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए और राजनीति से प्रतिबंधित किया जाना चाहिए।”

उन्होंने कहा, “मैं सौगत दा (टीएमसी नेता सौगत रॉय) से सदन में एक निजी विधेयक को ट्रांसफर करने के लिए कहूंगी। कोई भी व्यक्ति जो इस तरह की हिंसक टिप्पणी करता है, जो कहता है कि ‘गोली मार दो’ उसको राजनीतिक रूप से प्रतिबंधित किया जाना चाहिए।”