प्रेस कांफ्रेंस के दौरान ममता बनर्जी ने हादसे के शिकार हुए लोगों के प्रति संवेदना जाहिर करते हुए लोगों को सलाह दी है कि वे घबराएं नहीं और गैर ज़रूरी वजहों से बाहर निकलने से बचें. तूफान के चलते हुगली में बंदेल और बीजपुर में बवंडर की भी खबर है. ऐसे में सीएम ममता बनर्जी ने लोगों से अपील की है कि वे कोशिश करें कि घर से बाहर न जाएं. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने साइक्लोन कंट्रोल रूम का भी दौरा किया और ममता बनर्जी से मिलकर तूफान से निपटने की तैयारियों के बारे में जानकारी ली. उन्होंने ट्वीट करके इसके बारे में जानकारी दी.
भारतीय मौसम विभाग ने दावा किया है कि कोलकाता में यास चक्रवात से अंफन तूफान जैसी तबाही की आशंका नहीं है. आईएमडी का कहना है कि तूफान के लैंडफॉल के दौरान 85 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं.
यास चक्रवात के पूर्वी ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों से गुजरने के अनुमान को देखते हुए ओडिशा में भी तैयारी हो चुकी है. ओडिशा के बसुदेवपुर इलाके से लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है. करीब 300-400 लोगों को यहां से भोजन और अन्य ज़रूरी चीजों के साथ जिला प्रशासन ने शिफ्ट किया है.
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि यास चक्रवात बंगाल की उत्तर पश्चिमी खाड़ी और उत्तरी उड़ीसा के तटों से होते हुए बुधवार को सुबह चंदबली-धर्मा पोर्ट तक पहुंचेगा. बुधवार दोपहर तक यास चक्रवात का रूप काफी गंभीर होने की भी आशंका है.