नई दिल्ली, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कुख्यात हथियार तस्कर दिलशाद को गिरफ्तार किया है। उसके कब्जे से प्वाइंट 32 बोर की 15 अवैध सेमी आटोमैटिक पिस्टल बरामद की गई है साथ ही इसी बोर की 45 कारतूस भी बरामद किए गए हैं।
पहले भी अरेस्ट हो चुका है आरोपित
बरामद पिस्टल दिल्ली व यूपी के गैंगस्टरों को आपूर्ति की जानी थी। आरोपित कई सालों से अवैध हथियार बेचने का धंधा कर रहा था। तस्करी के आरोप में कई बार पुलिस उसे गिरफ्तार भी कर चुकी है।
स्पेशल सेल के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक गिरफ्तार किए गए तस्कर का नाम दिलशाद है। वह पट्टी धनकोशिया, छपरौली, बागपत, यूपी का रहने वाला है। 19 सितंबर को सेल को सूचना मिली कि अंतरराज्यीय अवैध हथियार तस्कर दिलशाद, धौला कुआं बस स्टैंड से इनर रिंग रोड की तरफ आने वाला है।
15 अवैध पिस्टल और 45 कारतूस बरामद
वह अवैध हथियारों की खेप लेकर नारायणा की ओर जाएगा। जहां उसे उक्त हथियार एक रिसीवर को सौंपना है। बाद में उक्त हथियार गैंगस्टरों को आपूर्ति की जानी है। सेल की टीम ने उक्त सूचना पर दिलशाद को धौला कुआं बस स्टैंड के पास से उसे दबोच लिया। उसके काले रंग के पिट्ठू बैग की तलाशी लेने पर प्वाइंट 32 बोर की 15 सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल और 45 जिंदा कारतूस बरामद किए गए।
दिलशाद के पिता पशु व्यापारी थे। उसने गांव के पास मदरसे में पढ़ाई शुरू की। परिवार की खराब आर्थिक स्थिति के कारण उसने बीच में ही पढ़ाई छोड़ दी और पिता के साथ मवेशियों के व्यापार में लग गया। बाद में उसने हथियारों के अवैध कारोबार करना शुरू कर दिया।
वह कैराना, यूपी के स्थानीय निर्माताओं से हथियार खरीद कर उसे दिल्ली-एनसीआर के अलावा बागपत व शामली में गैंगस्टरों बेच देता था। पहली बार बागपत पुलिस ने मवेशी को लेकर झगड़े में गिरफ्तार किया था।
2020 को उसे सहयोगी कमल के साथ आरके पुरम थाना पुलिस पांच पिस्टल और 10 कारतूस के साथ गिरफ्तार किया था, कमल के पास से भी दो रिवाल्वर मिली थी। उक्त मामले में जमानत पर बाहर आने के बाद उसने फिर से अवैध हथियारों की तस्करी शुरू कर दिया था।