नई दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी के पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की घटनाएं बढ़ गई हैं। इसका धुआं दिल्ली पहुंचने के कारण वातावरण में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया और दिल्ली एनसीआर के वातावरण में पूरे दिन स्माग की परत छाई रही। इस वजह से शनिवार को दिल्ली एनसीआर देश में सबसे अधिक प्रदूषित स्थान रहा। फरीदाबाद में प्रदूषण का स्तर सबसे अधिक और इसके बाद दिल्ली दूसरा सबसे अधिक प्रदूषित शहर रहा।
पराली के धुएं की भागीदारी 21 प्रतिशत बढ़ी
स्थिति यह है कि दिल्ली में 24 घंटे का औसत एयर इंडेक्स भले ही गंभीर श्रेणी से चार पायदान नीचे बेहद खराब श्रेणी में उच्च स्तर पर रहा लेकिन आधी से ज्यादा दिल्ली में हवा गंभीर श्रेणी में रही। इस वजह से आंखों में जलन महसूस की गई। दिल्ली के प्रदूषण में पराली के धुएं की भागीदारी बढ़कर 21 प्रतिशत हो गई है, जो इस सीजन में अब तक सबसे अधिक है।
शनिवार इस सीजन का सबसे ज्यादा प्रदूषित दिन
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार रविवार को दिल्ली में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में उच्च स्तर पर रहेगा लेकिन सोमवार को हवा गंभीर श्रेणी में पहुंच जाएगी। सोमवार को भी हवा गंभीर श्रेणी में दमघोंटू रह सकती है। एक दिन पहले दिल्ली का एयर इंडेक्स 357 था। सीपीसीबी की रिपोर्ट के अनुसार शनिवार को दिल्ली का औसत एयर इंडेक्स 397 दर्ज किया गया, जो बेहद खराब श्रेणी में उच्च स्तर पर है। इस वजह से शनिवार इस सीजन में अब तक सबसे अधिक प्रदूषित दिन रहा।
दिल्ली में 20 जगहों पर एयर इंडेक्स 400 के पार
दिल्ली में प्रदूषण निगरानी के लिए बने 36 केंद्रों में से 18 जगहों पर सुबह नौ बजे एयर इंडेक्स 400 से अधिक गंभीर श्रेणी में रहा। आनंद विहार, शादीपुर, एनएसआइटी द्वारका व वजीरपुर दिल्ली में सबसे अधिक प्रदूषित स्थान रहे। बाद में आइटीओ और आरके पुरम में भी एयर इंडेक्स 400 से अधिक पहुंच गया। इस वजह से दिल्ली में 20 जगहों पर एयर इंडेक्स 400 से अधिक रहा। यहां तक कि दोपहर करीब एक बजे दिल्ली का एयर इंडेक्स भी कुछ समय के लिए गंभीर श्रेणी में 402 पहुंच गया था।
हरियाणा व पंजाब में पराली जलाने की 2190 घटनाएं
इसके बाद एयर इंडेक्स में थोड़ा सुधार हुआ। सीपीसीबी के अनुसार 28 अक्टूबर को पंजाब व हरियाणा में पराली जलाने की 2190 घटनाएं हुईं। सफर इंडिया के अनुसार शनिवार को पराली जलाने की करीब 1800 घटनाएं दर्ज की गईं। इस वजह से प्रदूषण में पराली के धुएं की भागीदारी 21 प्रतिशत रही। पिछले साल अक्टूबर माह में पराली के धुएं की अधिकतम भागीदारी 30 अक्टूबर को करीब 20 प्रतिशत थी। लिहाजा, प्रदूषण में पराली के धुएं की भागीदारी पिछले साल से अधिक हो गई है।
दिल्ली एनसीआर में शनिवार को दर्ज एयर क्वालिटी इंडेक्स
- दिल्ली- 397
- फरीदाबाद- 400
- गाजियाबाद- 367
- ग्रेटर नोएडा- 385
- गुरुग्राम- 375
- नोएडा- 381
दिल्ली में सुबह नौ बजे इन 18 जगहों पर हवा गंभीर श्रेणी में रही है
- जगह एयर इंडेक्स
- आनंद विहार 454
- शादीपुर 444
- एनएसआइटी द्वारका 440
- वजीरपुर 439
- जहांगीरपुरी 428
- अशोक विहार 428
- पंजाबी बाग 427
- विवेक विहार 427
- डीटीयू 425
- नरेला 423
- बवाना 420
- रोहिणी 416
- मुंडका 416
- सोनिया विहार 414
- नेहरू नगर 412
- पटपड़गंज 406
- अलीपुर 405
- बुराड़ी 407
बाद में इन दो जगहों पर भी गंभीर श्रेणी में पहुंची हवा
- आइटीओ- 402
- आरके पुरम- 405
दो दिन पंजाब व हरियाणा में पराली जलाने की हुई घटनाएं
- तारीख पंजाब हरियाणा
- 27 अक्टूबर 1111 83
- 28 अक्टूबर 2067 123
दिल्ली के वातावरण में पीएम-10 व पीएम-2.5 का स्तर
- पीएम- 10– 381 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर
- पीएम- 2.5– 215 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर