दक्षिणी दिल्ली, । दक्षिणी जिले की एएटीएस की टीम ने एक्सटार्शन के एक मामले में एक बदमाश को गिरफ्तार किया है। आरोपित की पहचान मदनपुर खादर के मुकेश तिवारी के रूप में हुई है। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने एक मोबाइल फोन और दो सिम कार्ड बरामद किया है। मोबाइल फोन में एक्सटार्शन की कॉल रिकार्डिंग भी पुलिस को मिली है।
पुलिस उपायुक्त चंदन चौधरी ने बताया कि ग्रेटर कैलाश एक के शिकायतकर्ता ने थाने में एक अगस्त को एक्सटार्शन की शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि उन्हें और उनकी पत्नी को पाकिस्तानी वर्चुअल मोबाइल नंबरों से वाट्सएप कॉल आई थी।
कॉलर ने खुद को नीरज बावनिया गिरोह का सदस्य बताया है और प्रोटेक्शन मनी के रूप में 15 लाख की मांग कर रहा है। इसके बाद संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर एएटीएस के इंस्पेक्टर उमेश यादव के नेतृत्व वाली टीम ने जांच शुरू कर दी।
छानबीन में पुलिस ने मोबाइल नंबर की लोकेशन का पता लगाने के लिए वाट्सएप से जानकारी लेकर जांच की तो मोबाइल नंबर केवल वाट्सएप पर सक्रिय पाया गया। इसके बाद आरोपित के वाट्सएप नंबर से जैतपुर इलाके में सक्रिय एक मोबाइल नंबर से बातचीत होने की जानकारी मिली।
उस नंबर के बारे में पता किया तो उस नंबर की लोकेशन रोहिणी इलाके में मिली। पुलिस टीम ने तत्काल छापा मारकर रोहिणी से आरोपित को दबोच लिया। उसकी पहचान मुकेश तिवारी के रूप में होने के बाद पुलिस ने उसके पास से दो सिम कार्ड और एक मोबाइल फोन बरामद कर लिया।
पूछताछ के दौरान आरोपित ने बताया कि उसने कोरोना महामारी के दौरान उसकी नौकरी छूट गई थी। इसी दौरान वह पाकिस्तान के खान नामक एक व्यक्ति के संपर्क में आया। इसके बाद उसके साथ मिलकर आरोपित ने एक व्यापारी के साथ एक्सटार्शन की वारदात को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान से कॉल करने की साजिश रची। यह भी सामने आया है कि आरोपित करीब 12 साल पहले शिकायतकर्ता के घर में ड्राइवर का काम करता था इसीलिए उसके पास परिवार के सभी लोगों के मोबाइल नंबर व जानकारी थी।