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Delhi: क्राइम ब्रांच ने बिहार से पकड़े दो शातिर, कब्जे से 1 करोड़ रुपये बरामद


 नई दिल्ली, । दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने बिहार से दो लोगों को गिरफ्तार किया। बिहार से गिरफ्तार किए गए ये दोनों गूगल सर्च से डेटा इकट्ठा करते थे। इसके बाद निशाना बनाकर मैसेज भेजते थे।

ऑफर देकर जमा कराते थे पैसे

मैसेज भेजने के बाद लोगों को बुलाकर बैंक खातों में पैसे जमा करने के लिए आकर्षक ऑफर देते थे। आरोपियों की पहचान 25 वर्षीय चंदन कुमार भुइयां और 25 वर्षीय गोपाल उर्फ ​​सत्यम के रूप में हुई है। पुलिस ने कहा कि उन्होंने आरोपियों के कब्जे से एक करोड़ रुपये से अधिक की रकम भी बरामद की है।

स्पेशल पुलिस कमिश्वर रवींद्र सिंह यादव ने बताया कि 22 सितंबर 2022 को शिकायतकर्ता दक्षिण दिल्ली के सीमेंट व्यापारी के मोबाइल पर संदेश आया कि अल्ट्राटेक सीमेंट के 2000 या उससे अधिक बैग की खरीद पर उसे 300 रुपये प्रति बैग की दर से अच्छे दर से भुगतान किया जायेगा।

दो-तीन दिनों के बाद, शिकायतकर्ता ने वही मोबाइल नंबर डायल किया, तो उधर से अपना परिचय बताकर खुद अल्ट्रा-टेक सीमेंट लिमिटेड के वरिष्ठ बिक्री प्रबंधक शंकर पुरोहित बताया। साथ उसने स्वीकार किया कि उसी ने उसे प्रस्ताव भेजा था।

सीमेंट खरीदने के लिए किया प्रेरित

कमिश्नर ऑफ पुलिस ने बताया कि इसके बाद शंकर ने शिकायत करने वाले के मोबाइल फोन पर कई वाट्सएप काल किया और उसे प्रोमोशन ऑफर के तहत बड़ी मात्रा में अल्ट्रा-टेक सीमेंट खरीदने के लिए प्रेरित किया। उसने उसे बताया कि ये ऑफर तभी लागू होगा, जब कोई व्यक्ति बड़ी मात्रा में सीमेंट खरीदता है।

पुलिस को दी गई शिकायत में बताया गया कि कॉल्स के दौरान आरोपी व्यक्ति ने शिकायतकर्ता के साथ अंधेरी ईस्ट, मुंबई की एसबीआई शाखा के अपने बैंक खाते की डिटेल साझी की। शिकायतकर्ता ने जब कथित व्यक्ति को बताया कि उसके पास जीएसटी नंबर नहीं है। इसके बाद आरोपी शंकर ने कहा कि जब शिकायतकर्ता को जीएसटी नंबर मिलेगा तब माल की आपूर्ति की जाएगी।

बैंक खातों में ट्रांसफर हुए 57.50 लाख रुपए

विशेष सीपी ने कहा कि इसके बाद शिकायतकर्ता ने GST नंबर के लिए आवेदन किया। इस बीच कथित व्यक्ति ने अल्ट्रा-टेक सीमेंट लिमिटेड द्वारा दिए गए प्रमोशन प्रस्ताव का लाभ उठाने के लिए कुछ भुगतान करने पर जोर दिया। आरोपित शंकर ने पीड़ित को जो बैंक खाता दिया था, उसमें कुल 57.50 लाख रुपए ट्रांसफर किए गए। 22 नवंबर, 2022 को शिकायतकर्ता को जीएसटी नंबर प्राप्त हुआ, तो मोबाइल फोन पर शंकर से संपर्क किया।

हालांकि शंकर ने उसे बताया कि वह कोविड से पीड़ित था और कुछ दिनों में उसे डिटेल देगा और उसने अपना फोन बंद कर दिया। आशंका के चलते हुए पीड़ित ने अल्ट्राटेक सीमेंट लिमिटेड के ऑफिस से संपर्क किया, तो पता वहां पर ऐसा कोई व्यक्ति काम हीं नहीं करता है।