नई दिल्ली, । उफनती यमुना के जलस्तर में कुछ कमी आई है, लेकिन संकट अभी भी बरकरार है। आइटीओ क्षेत्र में पानी भरने से विकास मार्ग पर आने जाने वालों की परेशानी बढ़ गई है।
रिंग रोड सहित अन्य सड़कों पर भी यातायात बाधित है। तीन जल शोधन संयंत्र बंद रहने के कारण दिल्ली के बड़े क्षेत्र में बृहस्पतिवार से ही जल आपूर्ति ठप है। यदि शुक्रवार दिन में यमुना के जलस्तर में और कमी आती है तो दिल्लीवासियों को कुछ राहत मिल सकती है।
यमुना का जलस्तर गिरा
यमुना का जलस्तर बृहस्पतिवार को 208.66 मीटर तक पहुंच गया था। रात 11 बजे के बाद इसमें कमी आने लगी। शुक्रवार सुबह आठ बजे यह नीचे गिरकर 208.44 मीटर तक पहुंचा। जलस्तर में कुछ कमी जरूर आई है, लेकिन अभी भी यमुना खतरे के निशान 205.33 से तीन मीटर से ज्यादा ऊपर बह रही है।
इससे राजधानी के निचले क्षेत्र के साथ ही कश्मीरी गेट, सिविल लाइंस, चंदगी राम अखाड़ा, रिंग रोड व आइटीओ जैसे क्षेत्र में पानी भर गया है। आइटीओ पर बृहस्पतिवार देर शाम से ही पानी भरने लगा था, शुक्रवार सुबह यह और बढ़ गया है।
ड्रेन का टूटा रेगुलेटर
इंद्रप्रस्थ मेट्रो स्टेशन व विश्व स्वास्थ्य संगठन के कार्यालय के नजदीक ड्रेन नंबर 12 का रेगुलेटर टूट जाने के कारण यमुना का पानी आइटीओ की तरफ आ रहा है। इस ड्रेन से बरसाती नालों का पानी यमुना में गिरता है। अभी यमुना का जलस्तर इससे ऊंचा हो गया है, जिससे वह इस नाले के माध्यम से आइटीओ की तरफ पहुंच रहा है। रेगुलेटर टूट जाने के कारण इसे बंद भी नहीं किया जा सकता है। पानी को रोकने के लिए अस्थायी बांध बनाया गया है, लेकिन इससे राहत नहीं मिली है।
आइटीओ पर भरा पानी
आइटीओ पर पानी भरने से कार्यालय जाने वालों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस क्षेत्र में कई सरकारी व गैर सरकारी कार्यालय हैं। इससे होकर लोग कनॉट प्लेस सहित दिल्ली के अन्य स्थानों पर जाते हैं। उन्हें भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।