नई दिल्ली, । नए साल की रात को दिल्ली के कंझावला में मारी गई अंजलि के घर पर चोरी की घटना सामने आई है। मृतका अंजलि के परिवार के सदस्यों ने दावा किया कि चोरों ने करण विहार स्थित उनके घर का ताला तोड़ दिया। इसके बाद घर से सामान चुरा ले गए। चोरी हुए सामानों में एक एलसीडी टीवी भी शामिल है।
पड़ोसियों से चोरी की मिली सूचना
खास बात है कि अंजलि के परिजनों ने आरोप लगाया कि इस चोरी के पीछे उसकी दोस्त निधि का हाथ है। सोमवार को एएनआई से बात करते हुए अंजलि की बहन ने कहा, “हमारे पड़ोसियों ने सुबह करीब 7.30 बजे चोरी होने की जानकारी दी। बिस्तर गायब था। टेलीविजन भी गायब है, इसे खरीदे हुए दो महीने हो चुके हैं।”
दिल्ली पुलिस की भूमिका पर सवाल
परिवार के एक अन्य सदस्य ने दिल्ली पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाया। अंजलि के मामा ने कहा कि कल घर के सामने पुलिस क्यों नहीं थी? पिछले 8 दिनों से पुलिस थी लेकिन क्या कल कोई नहीं था। हमें लगता है, निधि चोरी के पीछे है।”
मामा का दावा- निधि ने रची साजिश
पुलिस ने कहा कि जांच की जा रही है। पहले अंजलि के मामा ने दावा किया था कि उसकी सहेली निधि यह दावा करके एक साजिश रची थी कि दुर्घटना के दिन अजलि नशे में था। निधि द्वारा मीडिया को किए गए दावों की पृष्ठभूमि के खिलाफ उनकी प्रतिक्रिया आई कि घटना के दिन अंजलि नशे में थी। निधि पहले छिपी हुई थी।
अब अंजलि के अंतिम संस्कार के बाद वह सामने आई है। जब घटना हुई थी, तो क्या उसमें मानवता नहीं थी कि वह इसकी सूचना पुलिस या परिवार को दे? अंजलि के मामा ने एएनआई को बताया कि उसे पीने की आदत नहीं थी और उसकी सहेली झूठ बोल रही थी।
एक जनवरी को कंझावला इलाके में मारी गई अंजलि
उन्होंने कहा, “मेरी भतीजी को पीने की आदत नहीं थी। बता दें कि 20 वर्षीय अंजलि की 1 जनवरी की तड़के मौत हो गई थी, जब उसकी स्कूटी को एक कार ने टक्कर मार दी थी। टक्कर मारने के बाद उसे दिल्ली में सुल्तानपुरी से कंझावला तक 12 किलोमीटर से अधिक तक खींचती रही।