News TOP STORIES अन्तर्राष्ट्रीय नयी दिल्ली राष्ट्रीय

Gaza Attack: मैप, ऑडियो और 450 मिसफायरिंग; IDF ने हमास आतंकियों की सच्चाई को दुनिया से किया उजागर


तेल अवीव। इजरायल हमास युद्ध में अब तक 4300 लोगों की मौत हो चुकी है। मंगलवार (17 अक्टूबर)  शाम सात बजे गाजा के अल अहली अरब अस्पताल, रॉकेट हमले का शिकार बन गया। इस हमले में करीब 500 निर्दोष लोगों की मौत हो गई।

इस घटना ने पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया। संयुक्त राष्ट्र संगठन से लेकर अमेरिका तक ने इस घटना पर दुख जताया है। वहीं, इस हमले की जिम्मेदारी ना तो इजरायल ले रहा है और ना ही हमास। दोनों एक दूसरे को इस हमले के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। अमेरिका ने भी कहा कि यह हमला इजरायल ने नहीं किया है।

अस्पताल पर रॉकेट हमले को लेकर आईडीएफ ने पेश किए सबूत

इसी बीच बुधवार को इजरायल डिफेंस फोर्स ने दावा किया कि इस हमले को फलस्तीनी संगठन फलस्तीन इस्लामिद जिहाद ने अंजाम दिया है। आईडीएफ ने दावा किया कि आतंकी संगठन ने इजरायल के खिलाफ रॉकेट को दागा था लेकिन मिसफायर होने की वजह से यह रॉकेट अस्पताल पर गिर गया।

एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आईडीएफ के सैन्य अधिकारी ने गाजा पट्टी का एक मैप दिखाया, जिसमें उन्होंने समझाया कि आखिर किस पोजिशन से रॉकेट को दागा गया, जो मिसफायर होने की वजह से अस्पताल पर गिर गया। वहीं, अधिकारी ने एक ऑडियो भी जारी किया।

आतंकियों ने करीब 10 रॉकेट अस्पताल के पास से दागे: इजरायल

अधिकारी ने दावा किया कि दो दो हमास ऑपरेटिव अस्पताल पर हुए हमले को लेकर एक-दूसरे से बात कर रहे हैं। इसमें वो कह रहे हैं कि इस्लामिक जिहाद ने करीब 10 रॉकेट अस्पताल के पास बने कब्रिस्तान से दागे। इनमें से एक मिसफायर हो गया है।

ऑडियो इसमें दो हमास ऑपरेटिव अस्पताल पर हुए हमले को लेकर बात कर रहे हैं। इसमें वो कह रहे हैं कि इस्लामिक जिहाद ने करीब 10 रॉकेट अस्पताल के पास बने कब्रिस्तान से दागे। इनमें से एक मिसफायर हो गया। ऑडियो क्लिप में एक हमास ऑपरेटिव दूसरे से कहता है,”ये हमारी तरफ से दागे गए रॉकेट से हुआ है? जवाब में दूसरा ऑपरेटिव कहता है,”लगता तो ऐसा ही है, क्योंकि रॉकेट के जो टुकड़े मिले हैं वो इजराइली मिलिट्री के नहीं है।

आतंकी संगठनों ने 450 बार मिसफायरिंग की: इजरायली सैन्य अधिकारी

इजरायली सैनिक अधिकारी आगे जानकारी दी कि इस युद्द के दौरान लगभग फलस्तीनी आतंकी संगठनों ने 450 बार मिसफायरिंग की है, जिसका दुष्परिणाम फलस्तीन के लोगों को ही भुगतना पड़ा है।