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Ghaziabad :नौ साल पहले एक परिवार के सात लोगों को उतारा था मौत के घाट,कोर्ट ने सुनाई फांसी की सजा


गाजियाबाद । । नौकरी से हटाने की खुन्नस में कारोबारी के घर में लूट करने व पकड़े जाने के डर से एक परिवार के सात लोगों की हत्या करने वाले राहुल वर्मा को अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश-12 निर्मल चंद्र सेमवाल की अदालत ने सोमवार को फांसी की सजा सुनाई। अदालत ने उस पर एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया।

नौ साल से ज्यादा समय चली सुनवाई के बाद अदालत ने इस मामले में फैसला सुनाया है।जिला शासकीय अधिवक्ता राजेश चंद्र शर्मा व सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता संजय त्यागी ने बताया कि घंटाघर कोतवाली क्षेत्र स्थित नई बस्ती में खल चूरी व प्रापर्टी कारोबारी सतीश चंद गोयल, पत्नी मंजू गोयल, बेटे सचिन गोयल, पुत्रवधू रेखा, पोते अमन व हनी व पोती मेघा के साथ रहते थे।

21 मई 2013 की रात उनका ड्राइवर राहुल वर्मा छत के रास्ते उनके घर में घुसा और लूटपाट की। लूटपाट के दौरान उसका नकाब उतर गया था। पहचान हो जाने के कारण पकड़े जाने के डर से उसने लूट का विरोध करने पर मकान की ऊपरी मंजिल पर पहले सचिन गोयल, रेखा व अमन की गला रेतकर हत्या की। इसके बाद नीचे वाली मंजिल पर आकर सोते हुए सतीश चंद गोयल, मंजू गोयल, हनी व मेघा की छु़रे से गला रेतकर हत्या कर दी थी।

पुलिस ने घटना के अगले ही दिन राहुल वर्मा को गिरफ्तार कर लिया था। उसके कब्जे से छह हजार रुपये व सोने-चांदी के जेवर बरामद किए गए थे। मृतक कारोबारी के दामाद सचिन मित्तल ने लूटे गए जेवर की पहचान की थी।

सुनवाई के दौरान अभियोजन की तरफ से कुल 28 गवाह पेश किए गए, जबकि बचाव पक्ष की तरफ से दो गवाह पेश किए गए। गत शनिवार को अदालत ने राहुल वर्मा को दोषी करार दिया था। सोमवार को सजा के प्रश्न पर दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद अदालत ने राहुल वर्मा को उपरोक्त सजा सुनाते हुए जुर्माना भी लगाया।

15 दिन पहले चोरी के शक में नौकरी से निकाला था हत्यारे को

उपरोक्त घटना से करीब 15 दिन पहले सतीश चंद गोयल के घर में साढ़े चार लाख रुपये की चोरी हुई थी। चोरी के शक में उन्होंने ड्राइवर राहुल वर्मा को नौकरी से हटा दिया था, जिसके बाद 15 दिन वह गायब रहा था। घटना वाले दिन से एक-दो दिन बाद सतीश चंद गोयल का किडनी ट्रांसप्लांट का आपरेशन होना था।

आपरेशन के लिए कारोबारी के घर में मोटी रकम होने की जानकारी राहुल वर्मा को पहले से थी। काम से हटाए जाने के चलते वह कारोबारी व उनके परिवार से खफा था। इसी कारण उसने वारदात को अंजाम दिया। मृतक सतीश चंद गोयल के दामाद सचिन मित्तल ने नामजद एफआइआर दर्ज कराई थी।