नई दिल्ली। टेक कंपनी गूगल ने कंपनी को लेकर नई योजनाओं का एलान किया है। इन योजनाओं के तहत कंपनी में कर्मचारियों की छंटनी होगी।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी ‘Ruth Porat’ ने कंपनी की भावी योजनाओं को लेकर एक इंटरनल मेमो भेजा है।
कर्मचारियों की छंटनी का लेना होगा कठिन फैसला
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी ‘Ruth Porat’ ने कर्मचारियों के लिए लिखा है कि टेक्नोलॉजी क्षेत्र एआई के साथ तेजी से बदल रहा है।
एक बड़ी टेक कंपनी होने के साथ हमारे पास भी अपने ग्राहकों के लिए पहले से बेहतर प्रोडक्ट और सर्विस बनाने का मौका है। ऐसे में हमें कर्मचारियों की छंटनी (Google layoffs) जैसे कुछ मुश्किल फैसले भी लेने होंगे।
मेमो में आगे लिखा गया है कि यह कंपनी और उसके टैलेंटेड कर्मचारियों के लिए दुखद है। हम जानते हैं कि यह बदलाव चैलेंजिंग होगा।
सुंदर पिचाई ने किया था छंटनी की ओर इशारा
बता दें, गूगल सीईओ सुंदर पिचाई (Google CEO Sundar Pichai) इस साल 2024 के लिए कई कर्मचारियों की छंटनी होने की ओर पहले ही इशारा कर चुके हैं।
गूगल द्वारा की जाने वाली इस छंटनी का प्रभाव एशिया प्रशांत, यूरोप और मध्य पूर्व क्षेत्रों पर पड़ेगा। यानी गूगल द्वारा की जाने वाली इस छंटनी का प्रभाव कई दूसरे देशों के अलावा, भारत पर भी पड़ेगा।
दरअसल, कंपनी बेंगलुरु, डबलिन, मैक्सिको सिटी, अटलांटा और शिकागो में पहले से बेहतर केंद्रीकृत कार्यालय स्थापित करने की योजना बना रही है। रिपोर्ट्स की मानें तो कंपनी 2024 तक 58000 कर्मचारियों की छंटनी कर चुकी है।
गूगल ने 28 कर्चमारियों को किया कंपनी से बाहर
गूगल से ही जुड़े एक दूसरे मामले में कंपनी ने 28 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। ये वे कर्मचारी थे जो इजरायली सरकार के साथ गूगल कॉन्ट्रैक्ट को लेकर अपने कार्यालयों में धरना-प्रदर्शन में शामिल थे। कर्मचारियों की यह छंटनी अमेरिका में 9 कर्मचारियों को निलंबित करने और गिरफ्तार करने के बाद की गई है।
क्यों हुई कर्मचारियों की छंटनी
एक लेटेस्ट रिपोर्ट की मानें तो जिन 28 कर्मचारियों को कंपनी से निकाला गया है, उन्होंने इजरायली सरकार के लिए 1.2 बिलियन डॉलर के गूगल क्लाउड कॉन्ट्रैक्ट का विरोध किया है।
कंपनी ने एक इंटरनल मेमो (internal memo) में इस मामले को लेकर जानकारी दी है। कंपनी ने कहा कि इस तरह के बर्ताव की हमारी कंपनी में किसी तरह की जगह नहीं है।
इतना ही नहीं, कर्मचारियों का ऐसा बर्ताव हम नजरअंदाज भी नहीं करेंगे।
कंपनी ने कहा कि जांच के बाद हमने प्रोटेस्ट में शामिल पाए गए 28 कर्मचारियों के रोजगार को समाप्त कर दिया है। हम जांच करना जारी रखेंगे और आवश्यकतानुसार कार्रवाई करेंगे।
कंपनी ने कहा है कि गूगल कर्मचारियों को शांति के साथ प्रोटेस्ट कर अपनी बात रखने का अधिकार है। वे कंपनी के श्रम के नियमों और शर्तों को लेकर अपनी बात कंपनी के आगे रख सकते हैं। गूगल के इस कदम को विरोध प्रदर्शन करने वाले समूह ने घृणित कृत्य बताया है।