जानें, क्या है मामला
पालनपुर (Palanpur) (पूर्व) पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि दो आरोपितों को सोमवार को गिरफ्तार किया गया। बनासकांठा के दीसा तालुका के मलगढ़ गांव के रहने वाले सोलंकी ने कथित तौर पर जहर खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। उसका पालनपुर शहर के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। रविवार शाम पालनपुर (पूर्व) पुलिस स्टेशन में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, सोलंकी के यहां एक नोट बरामद हुआ है। जिसके मुताबिक, शेख के परिवार के सदस्य उसकी मानसिक स्थिति के लिए जिम्मेदार थे, जिसने उसे यह कदम उठाने के लिए मजबूर किया।
शिकायत दर्ज
सोलंकी के भाई राजेश ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि आरोपित व्यक्तियों ने सोलंकी के परिवार के सदस्यों को इस्लाम में परिवर्तित करने के लिए ब्रेनवाश (brainwash) किया। उन्होंने सोलंकी की पत्नी और बच्चों को गुजरात उच्च न्यायालय में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर एक बयान भी दिया कि उन्होंने अपनी मर्जी से ऐसा किया था और अलग रहना चाहते थे। सोलंकी की बेटी शुरू में अपने कालेज में एक एजाज शेख के संपर्क में आई थी। जब उसके परिवार वालों ने उसकी दोस्ती का विरोध किया तो उसने उसके साथ रहने की जिद की। शिकायत के मुताबिक, बाद में उसकी मां और भाई ने भी उसका साथ दिया और उन तीनों ने घर पर ही नमाज अदा की। जब उनके संयुक्त परिवार के कुछ सदस्यों ने इसका विरोध किया तो सोलंकी की पत्नी, बेटी और बेटा घर छोड़कर शेख परिवार के सहयोग से अलग रहने लगे। हालांकि, बाद में उनका पता नहीं चल सका।
25 लाख रुपये मांगे
शिकायत में आरोप लगाया गया कि जब सोलंकी ने शेख परिवार से बात की और अपनी पत्नी और बच्चों का पता लगाने की कोशिश की, तो उन्होंने उसे अपने साथ मिलाने के लिए 25 लाख रुपये की मांग की। शिकायत में कहा गया कि उन्होंने कथित तौर पर कहा था कि सोलंकी अपने परिवार से मिल सकेंगे और अपने परिवार के साथ रह सकेंगे। पुलिस अधिकारी ने बताया कि शिकायत के आधार पर शेख परिवार के पांच सदस्यों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना), 384 (जबरन वसूली) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
ब्रेनवाशिंग में किसी उद्देश्य किसी विचार, भाव, वर्ताव को बदलने की या प्रभावित करने का प्रयास किया जाता है।