पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के अमृतकाल में विकसित भारत के निर्माण के लिए आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण को हमें और गति देनी होगी। गुजरात में डबल इंजन की सरकार इसके लिए गंभीरता से प्रयास भी कर रही है।
नई ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ ट्रेन गांधीनगर से मुंबई सेंट्रल के बीच चलाई गई है। इस दौरान पीएम मोदी ने ट्रेन में सवार होकर यात्रा भी की है। उन्होंने ट्रेन में सवार लोगों से बातचीत भी की है। दो दिवसीय गुजरात दौरे पर
नई वंदे भारत एक्सप्रेस से आरामदायक और बेहतरीन रेल यात्रा अनुभव के एक नए युग की शुरुआत हुई है। नई वंदे भारत एक्सप्रेस सबसे बहुप्रतीक्षित नव निर्मित सेमी-हाई स्पीड ट्रेन है। अब यह व्यावसायिक रूप (commercial run) से चलाई जा रही है। यह ट्रेन गुजरात और महाराष्ट्र राज्यों की राजधानियों को जोड़ते हुए गांधीनगर और मुंबई के बीच चल रही है।
यह है ट्रेन की टाइमिंग
नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन गांधीनगर और मुंबई के बीच चलेगी। यह गुजरात और महाराष्ट्र की राज्यों की राजधानियों को जोड़ेगी। रविवार को छोड़कर यह ट्रेन सप्ताह में छह दिन चलेगी। ट्रेन संख्या 20901 वंदे भारत ट्रेन मुंबई सेंट्रल से सुबह 6.10 बजे रवाना होगी और दोपहर 12.30 बजे गांधीनगर पहुंचेगी। अधिकारियों ने कहा कि मुंबई के वापसी के लिए यह ट्रेन संख्या 20902 दोपहर 2.05 बजे गांधीनगर से रवाना होगी और रात 8.35 बजे मुंबई सेंट्रल पहुंचेगी।
160 किलोमीटर प्रति घंटे की है रफ्तार
इस ट्रेन की विशेषताओं के बारे में बात करते हुए पश्चिम रेलवे जोन के सीपीआरओ सुमित ठाकुर ने कहा कि वंदे भारत एक्सप्रेस कई बेहतर सुविधाएं प्रदान करती है, जो यात्रियों को यात्रा के अनुभव और उन्नत अत्याधुनिक सुरक्षा सुविधाओं जैसे विमान प्रदान करेगी। ठाकुर ने कहा कि ट्रेन में 160 किलोमीटर प्रति घंटे की परिचालन की गति है।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक कोच में 32 इंच की स्क्रीन लगी है। इसमें बैठे यात्रियों को सूचना प्रदान करेगी। दिव्यांगों के अनुकूल शौचालय और सीट के हैंडल को ब्रेल अक्षरों में भी उपलब्ध कराया गया है।
सुरक्षा के मानकों का रखा गया विशेष ध्यान
वंदे भारत एक्सप्रेस में कई अपग्रेडेड सुरक्षा उपाय भी शामिल हैं। इन विशेषताओं के बारे में बात करते हुए वंदे भारत एक्सप्रेस के लोको पायलट केके ठाकुर ने कहा कि इस ट्रेन में कोच के बाहर चार प्लेटफॉर्म साइड कैमरे दिए गए हैं, जिसमें रियरव्यू कैमरे भी शामिल हैं। किसी भी आपातकालीन स्थिति में लोको पायलट और ट्रेन गार्ड एक दूसरे के साथ-साथ यात्रियों के साथ भी आसानी से बात कर सकते हैं।
यात्रा को बनाया गया और भी आरामदायक
नई वंदे भारत ट्रेनों में यात्रा को सुरक्षित और अधिक आरामदायक बनाने के लिए रिक्लाइनिंग सीट, स्वचालित फायर सेंसर, सीसीटीवी कैमरे, वाईफाई सुविधा के साथ ऑन-डिमांड सामग्री, तीन घंटे का बैटरी बैकअप और जीपीएस सिस्टम सहित सुविधाओं में सुधार हुआ है।
बता दें कि इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (Integral Coach Factory, ICF) ने अगस्त 2023 तक 75 वंदे भारत ट्रेनों के निर्माण का लक्ष्य रखा है।