गांधीनगर, । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में सुजुकी कंपनी के 40 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में गांधीनगर में एक कार्यक्रम में हरियाणा के लिए मारुति सुजुकी वाहन निर्माण सुविधा और गुजरात के हंसलपुर के लिए सुजुकी ईवी बैटरी प्लांट की आधारशिला रखी। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि आज गुजरात-महाराष्ट्र में बुलेट ट्रेन से लेकर यूपी में बनारस के रुद्राक्ष सेंटर तक, विकास की कितनी ही परियोजनाएं भारत-जापान दोस्ती का उदाहरण हैं और इस दोस्ती की जब बात होती है, तो हर एक भारतवासी को हमारे मित्र पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय शिंजो आबे जी की याद जरूर आती है।
मारुति-सुज़ुकी की सफलता भारत-जापान की मजबूत पार्टनरशिप का भी प्रतीक है। बीते आठ वर्षों में तो हम दोनों देशों के बीच ये रिश्ते नई ऊंचाइयों तक गए हैं। शिंजो आबे जब गुजरात आए थे, उन्होंने जो समय यहां बिताया था, उसे गुजरात के लोग बहुत आत्मीयता से याद करते हैं। हमारे देशों को और करीब लाने के लिए जो प्रयास उन्होंने किए थे, आज पीएम किशिदा उसे आगे बढ़ा रहे हैं।
राजनयिक दायरों से भी ऊंचा रहा गुजरात व जापान का रिश्ता
प्रधानमंत्री ने कहा कि गुजरात और जापान के बीच जो रिश्ता रहा है, वो राजनयिक दायरों से भी ऊंचा रहा है। मुझे याद है जब 2009 में वाइब्रेंट गुजरात समिट (Vibrant Gujarat Summit) का आयोजन शुरू हुआ था, तभी से जापान इसके साथ एक पार्टनर कंट्री के तौर पर जुड़ गया था।
इलेक्ट्रिक वाहनों से आएगी शांत क्रांति
उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों की एक बड़ी खासियत ये होती है कि वो शांत होते हैं। 2 पहिया हो या 4 पहिया, वो कोई शोर नहीं करते। ये शांत केवल इसकी इंजीनियरिंग का ही नहीं है, बल्कि ये देश में एक शांत क्रांति के आने की शुरुआत भी है। भारत ने COP-26 में ये घोषणा की है कि वो 2030 तक अपनी installed electrical capacity की 50% क्षमता non fossil sources से हासिल करेगा। हमने 2070 के लिए ‘नेट जीरो’ का लक्ष्य तय किया है।