नई दिल्ली, । हनुमान जन्मोत्सव के मौके पर शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने गुजरात के मोरबी में शनिवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए हनुमान जी की 108 फीट ऊंची प्रतिमा का किया। प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार हनुमानजी चार धाम परियोजना के तहत देश के चारों दिशाओं में बनाई जा रही भगवान की प्रतिमाओं में से यह दूसरे नंबर की है। मोरबी में बापू केशवानंद जी के आश्रम में यह प्रतिमा स्थापित की गई है।
प्रधानमंत्री का संबोधन-
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘हजारों वर्षों से बदलती स्थितियों के बावजूद भारत के अटल और अडिग रहने में हमारी सभ्यता और संस्कृति की बड़ी भूमिका रही है। हमारी आस्था और संस्कृति की धारा सद्भाव, समावेश, समभाव की है। इसलिए जब बुराई पर अच्छाई को स्थापित करने की बात आई तो प्रभु राम ने सक्षम होते हुए भी, सबका साथ लेने का, सबको जोड़ने का, समाज के हर तबके के लोगों को जोड़ने का और सबको जोड़कर उन्होंने इस काम को संपन्न किया। यही तो है सबका साथ-सबका प्रयास। प्रधानमंत्री में देश में एकता पर जोर देते हुए कहा कि रामकथा का आयोजन भी देश के अलग-अलग हिस्सों में किया जाता है। भाषा-बोली जो भी हो, लेकिन रामकथा की भावना सभी को जोड़ती है, प्रभु भक्ति के साथ एकाकार करती है। यही तो भारतीय आस्था की, हमारे आध्यात्म की, हमारी संस्कृति, हमारी परंपरा की ताकत है।’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, ‘सबका साथ, सबका प्रयास का उत्तम प्रमाण प्रभु राम की जीवन लीला भी है। जिसके हनुमानजी बहुत अहम सूत्र रहे हैं। सबका प्रयास की इसी भावना से आजादी के अमृत काल को हमें उज्जवल करना है, राष्ट्रीय संकल्पों की सिद्धि के लिए जुटना है।’ प्रधानमंत्री मोदी ने भगवान श्री राम और भगवान हनुमान को देश के विकास कार्य और देश की सेवा के लिए प्रेरणादायी बताया। उन्होंने कहा, ‘हजारों वर्षों से बदलती स्थितियों के बावजूद भारत के अटल और अडिग रहने में हमारी सभ्यता और संस्कृति की बड़ी भूमिका रही है। हमारी आस्था और संस्कृति की धारा सद्भाव, समावेश, समभाव की है।’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, ‘हनुमान वो शक्ति हैं जिन्होंने समस्त वनवासी प्रजातियों और वन बंधुओं को मान और सम्मान का अधिकार दिलाया।’ प्रधानमंत्री मोदी ने हनुमान जन्मोत्सव की सभी देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हनुमान जी अपनी भक्ति से, अपने सेवाभाव से, सबको जोड़ते हैं। हर कोई हनुमान जी से प्रेरणा पाता है। हनुमान वो शक्ति और सम्बल हैं जिन्होंने समस्त वनवासी प्रजातियों और वन बंधुओं को मान और सम्मान का अधिकार दिलाया। इसलिए एक भारत, श्रेष्ठ भारत के भी हनुमान जी एक अहम सूत्र हैं।’
प्रधानमंत्री ने संबोधन की शुरुआत में कहा, ‘आज मोरबी में हनुमान जी की इस भव्य प्रतिमा का लोकार्पण हुआ है। ये देश और दुनिया भर के हनुमान भक्तों के लिए, रामभक्तों के लिए बहुत सुखदायी है, आप सभी को बहुत-बहुत बधाई।’
इस परियोजना के तहत पहली प्रतिमा साल 2010 में देश के उत्तर दिशा में हिमाचल प्रदेश के शिमला में स्थापित की गई थी। वहीं देश के दक्षिण में रामेश्वरम में भगवान हनुमान की तीसरी प्रतिमा का भी काम जारी है।