- जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा आज अपना 61वां जन्मदिन मना रहे हैं. किशोर कुमार के गाने सुनने के शौकीन मनोज सिन्हा की लो प्रोफाइल छवि ही उन्हें उपराज्यपाल बनाने में मदद दी.
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल Lieutenant Governor (L-G) मनोज सिन्हा आज 61 साल के हो गए हैं. इस मौके पर कई नेताओं ने उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दी है. सिन्हा उत्तर प्रदेश के बेहद साधारण एवं शालीन नेता हैं. बहुत ही लो प्रोफाइल में रहते हैं. जब वे जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल बने तो हर किसी को केंद्र के फैसले पर हैरानी हुई लेकिन लो प्रोफाइल छवि ही उन्हें राजनीतिक रूप से अति संवेदनशील जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल बनाने में मदद दी.
उपराज्यपाल बनाए जाने से पहले तक बीजेपी के दिग्गजों को भी नहीं पता था कि मनोज सिन्हा इस रेस में हैं. जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के खत्म होने के एक साल के सिर्फ एक दिन बाद उन्हें उपराज्यपाल बनाने की घोषणा हुई. उस समय देर रात को तत्कालीन उपराज्यपाल जीसी मूर्मू को पद से इस्तीफा देने के लिए कहा गया. पीएम मूर्मू के सनसनीखेज बयान से बहुत नाराज थे और रातों-रात उन्होंने मनोज सिन्हा को जम्मू-कश्मीर भेजने का फैसला कर लिया.
रातों-रात कश्मीर भेजने का फैसला
बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने बनाया कि 2019 के चुनाव में हारने के बाद मोदी और शाह द्वारा यह निर्णय लिया गया कि सिन्हा को भाजपा का उपाध्यक्ष बनाया जाए लेकिन इस बीच जम्मू-कश्मीर का राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदला और सोचा गया कि क्यों न सिन्हा को कश्मीर भेज दिया जाए. उनके पास प्रशासनिक और लंबा राजनीतिक अनुभव भी था.
बीजेपी नेता ने बताया कि जम्मू-कश्मीर की जो स्थिति थी उसमें सिन्हा का लो प्रोफाइल बहुत मददगार साबित हो सकता था. क्योंकि इससे पहले गवर्नर सत्यपाल मलिक बीजेपी के प्रवक्ता की तरह व्यवहार कर रहे थे औऱ जीसी मूर्मू का बयान बेहद भड़काऊ था. सिन्हा पीएम के करीबी भी थे और इसी कारण रातों-रात पीएम ने उन्हें कश्मीर भेजने का फैसला कर लिया.