News TOP STORIES उत्तर प्रदेश नयी दिल्ली राष्ट्रीय लखनऊ वाराणसी

Harmohan Singh Yadav Death Anniversary: बड़े नेताओं के लिए हमेशा राजनीति से परे हैं पीएम मोदी


नई दिल्ली : राष्ट्रपति चुनाव (President Election 2022) हो या उप राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार का चयन, भाजपा के हर कदम को अलग अलग क्षेत्र और वर्ग में अपने विस्तार की नजर से देखा जाता है। यही कारण है की सोमवार को उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के स्तंभ रहे हरमोहन सिंह यादव (Harmohan Singh Yadav) की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) की होने वाली वर्चुअल मौजूदगी को भी राजनीतिक चश्मे से देखा जा रहा है।

लेकिन एक पहलू यह भी है कि प्रधानमंत्री मोदी की पार्टियों से परे विभिन्न राजनीतिक नेताओ से गहरे संबंध रहे हैं और ऐसे नेताओं को वह विशेष सम्मान देते रहे हैं। मुलायम सिंह यादव, एच डी देवेगौड़ा, शरद पवार जैसे कई नेताओं को प्रधानमंत्री सार्वजनिक रूप से एक कदम आगे बढ़कर सम्मान देते रहे हैं, यह जानते हुए की उनकी विचाराधारा पार्टी अलग है।

उत्तर प्रदेश में भाजपा के खिलाफ एक धुरी के रूप में मौजूद सपा के अस्तित्व में हरमोहन सिंह यादव की अहम भूमिका थी। यही कारण है की प्रधानमंत्री मोदी के होने वाले संबोधन की बहुत उत्सुकता से प्रतीक्षा की जा रही है। इससे इंकार भी नहीं किया जा सकता है की यादव गढ़ में भी भाजपा के प्रति आकर्षण दिखने लगा है और प्रधानमंत्री के भाषण के बाद यह और प्रबल हो।

लेकिन ऐसे उदाहरण भी भरे पड़े हैं जब मंशा राजनीतिक नहीं रही है।खुद मुलायम सिंह यादव को जन्मदिन की बधाई देना प्रधानमंत्री कभी नहीं भूलते हैं। 2015 में प्रधानमंत्री सैफ़ाई भी गए थे। हाल में पटना के दौरे पर उन्होंने तेजस्वी यादव से मुलाकात होने पर सबसे पहले लालू प्रसाद के स्वास्थ्य के बारे में पूछा था। लगभग पांच साल पहले जब तमिलनाडु में सहयोगी अन्ना द्रमुक की सरकार थी तो प्रधानमंत्री द्रमुक के बीमार नेता करुणानिधि से मिलने उनके घर पहुंच गए थे।

शरद पवार के गृह क्षेत्र बारामती भी वह दो बार गए हैं। देवेगौड़ा तो तब प्रशंसा करते नहीं अघा रहे थे जब मोदी दरवाजे से बाहर आ कर उन्हें थामते हुए अंदर कमरे में ले गए थे। दरअसल कुछ दिन पहले ही देवेगौड़ा ने चुनौती दी थी कि मोदी सरकार बन गयी तो वह इस्तीफ़ा दे देंगे। देवेगौड़ा जब मिलने आए थे तो उनके घुटने में दर्द था और इसीलिए प्रधानमंत्री खुद हाथ थामकर ले गए थे।

दलों की राजनीति से परे हटकर हर दल के ऐसे लोगों को सम्मानित करने में भी मोदी सरकार आगे बढ़ती दिखी जिनका देश के लिए योगदान रहा। पूर्व राष्ट्रपति और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रणव मुखर्जी को देश का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से इसी सरकार ने नवाजा। कांग्रेस के ही दो वरिष्ठ नेताओं तरूण गोगोई और ग़ुलाम नबी आजाद को हाल ही में पद्म भूषण सम्मान प्रदान किया गया।