रमना (गढ़वा)। रांची में भाजपा कार्यकर्ता सम्मेलन में भवनाथपुर से भाजपा विधायक भानुप्रताप शाही (Bhanu Pratap Shahi) द्वारा हेमंत सोरेन (Hemant Soren) पर दिए विवादित बयान से झारखंड की सियासत (Jharkhand Politics) गर्म हो गई है। भानुप्रताप शाही के बयान को झामुमो आदिवासी अस्मिता से जोड़कर मुद्दा बनाने में जुट गई है।
इसी आलोक में मंगलवार को गढ़वा के रमना थाना में भानुप्रताप शाही के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया गया है। भानुप्रताप शाही के खिलाफ यह एफआईआर झामुमो कार्यकर्ता राजेंद्र उरांव ने दर्ज कराई है। पुलिस एसटी-एससी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई में जुट गई है।
आदिवासी सीएम पर अपमानजनक टिप्पणी का आरोप
एफआईआर में झामुमो कार्यकर्ता राजेंद्र ने आरोप लगाया है कि रांची में पार्टी कार्यकर्ता सम्मेलन में विधायक भानुप्रताप शाही ने आदिवासी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की है।
भानुप्रताप ने हेमंत सोरेन पर क्या टिप्पणी की थी?
झामुमो कार्यकर्ता ने आरोप लगाया कि भानुप्रताप ने हेमंत सोरेन को आदिवासी होने के कारण अपने संबोधन में गट्टा पकड़कर कुर्सी से उतारने की बात कहते हुए अपने कार्यकर्ताओं से भी बार-बार हामी भरवाई।
भानुप्रताप शाही के इस प्रकार के कृत्य से आदिवासी मुख्यमंत्री को अपमानित करने के उद्देश्य से किया गया है, जिसका प्रसारण सोशल मीडिया के साथ क्षेत्रीय और राष्ट्रीय मीडिया में भी हुआ है।
आदिवासी समुदाय आहत और रोष
एक आदिवासी मुख्यमंत्री के संदर्भ में कही गई बातों से आदिवासी समुदाय आहत और रोष में है। इस प्रकार के बयान से आदिवासी और गैर आदिवासी समुदाय में वर्ग संघर्ष का खतरा बढ़ सकता है।