शिमला,। राज्य के सरकारी कॉलेजों में पढ़ने वाले युवाओं को बजट से अच्छी खबर निकल कर आई है। छात्रों को स्नातक की डिग्री करने के बाद रोजगार के लिए धक्के नहीं खाने पड़ेंगे। कॉलेज से पास आउट होते ही उन्हें कंपनियों में अच्छे पैकेज पर नौकरियां मिलेगी। इसके लिए कॉलेजों में साल में 2 बार रोजगार मेलों का आयोजन किया जाएगा।
रोजगार मेलों के अलावा भी सरकार कॉलेजों में कैंपस प्लेसमेंट करवाएगी।मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट भाषण में इसका ऐलान किया। उन्होंने कहा कि सभी बच्चों को गुणात्मक शिक्षा मिले यह सरकार का प्रयास रहेगा।
नए स्कूल खोलने के बजाए बढ़ाई जाएगी सुविधा
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में लर्निंग आउटकम में गिरावट आई है। इसको सुधारने की दिशा में काम किया जा रहा है। शिक्षा विभाग में खाली पदों को भरने की प्रक्रिया को तेज किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में नए स्कूल खोलने व अपग्रेड करने के बजाए जो स्कूल खुले हैं उनका ढांचा बढ़ाया जाएगा। इन स्कूलों में अध्यापक तैनात किए जाएंगे व लैब की सुविधा दी जाएगी। स्कूल भवन बनाने के अलावा खेल मैदान की सुविधा दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कुल स्कूलों के 30 फीसद स्कूल 1-1 शिक्षक के सहारे चल रहे हैं। यह व्यवस्था अब नहीं रहेगी।
हर विस क्षेत्र में बनेंगे राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल
मुख्यमंत्री ने राज्य के सभी विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल खोलने की घोषणा की। इनमें प्री प्राइमरी से लेकर 12वीं तक शिक्षा सुविधा के साथ इंडोर व आउटडोर सुविधा होगी। जहां पानी की सुविधा है वहां पर स्विमिंग पुल भी बनाए जाएंगे। इस पर 300 करोड़ इस पर खर्च होगा। मुख्यमंत्री ने घोषणा की प्रतियोगी परीक्षा के लिए ब्लॉक स्तर पर पुस्तकालय स्थापित किए जाएंगे। नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी की एक्सेस व लाइब्रेरी का निर्माण होगा। राज्य के हर वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में पुस्तकालय बनेगा।
बदलेगा स्कूल व कॉलेजों का पाठ्यक्रम
मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि स्कूल व कॉलेजों के पाठ्यक्रम में बदलाव होगा। रोजगार आधारित कोर्स शुरू किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में जो विषय पुराने हो चुके हैं उनके स्थान पर नए कोर्स शुरू होंगे। 762 स्कूलों में आईसीटी लैब बनाई जाएगी। मेधावी छात्रों को टैबलेट दिए जाएंगे।
अब टाट पट्टी पर नहीं बैठेंगे बच्चे
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कई स्कूल ऐसे हैं जहां पर बच्चे आज भी टाट पट्टी पर बैठते हैं। इन स्कूलों में अब डेस्क लगाए जाएंगे। इसके लिए 40 हजार डेस्क दिए जाएंगे। 17 हजार 517 अध्यापकों को टैबलेट देंगे। मुख्यमंत्री ने स्पोर्ट्स हास्टलों में रहने वाले विद्यार्थियों की डाइट मनी 120 से बढ़ाकर 240 करने की घोषणा की।