शिमला, , हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रचार कमेटी के प्रमुख सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा जनता भाजपा के जुमलों में आने वाली नहीं है। भाजपा की निकम्मी सरकार से पांच साल परेशान जनता अब सत्ता परिवर्तन को पूरी तरह से तैयार है। हिमाचल की जनता ने भाजपा से सत्ता से बाहर करने का पूरा मन बना लिया है, ऐसे में प्रदेश की जनता भाजपा नेताओं के जुमलों से गुमराह होने वाली नहीं है। सुक्खू ने कहा कि प्रदेश की जनता को कांग्रेस और उसके वादों पर पूरा भरोसा है। यही वजह है कि अब पूरे प्रदेश में कांग्रेस के पक्ष में लहर चल रही है।
सरकारी मशीनरी का हो रहा दुरुपयोग
सुक्खू ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार चुनावों में सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है। पांच साल सत्ता की मलाई खाने वाले सरकारी अधिकारी भाजपा के प्रचार में जुटे हैं। सरकारी अधिकारियों के माध्यम से चंदा वसूली का काम किया जा रहा है। लेकिन भाजपा के ओछे हथकंडों से जनता गुमराह होने वाली नहीं है।
सुक्खू ने कहा कि प्रदेश के लाखों कर्मचारी ओपीएस की मांग कर रहे हैं। लेकिन सरकार ने उन पर केस दर्ज कर और तबादले कर प्रताड़ित करने का काम किया है। कांग्रेस ने गारंटी दी है कि सरकार बनने पर पहली कैबिनेट में कर्मचारियों को ओपीएस देने का निर्णय लिया जाएगा।
हार सामने देखकर गली-गली घूम रहे बड़े नेता
उन्होंने कहा कि भाजपा की अब हार साफ दिख रही है जिससे भाजपा को मजबूर होकर प्रधानमंत्री की रैली हर जिले में करानी पड़ी। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और अन्य बड़े नेता गली-गली घूमकर वोट मांग रहे हैं। लेकिन इससे कोई फायदा होने वाला नहीं है।
महंगाई से परेशान प्रदेश की जनता
सुक्खू ने कहा कि डबल इंजन की भाजपा के कार्यकाल में महंगाई को लेकर जनता परेशान है. ओपीएस को लेकर भी कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं और बेरोजगार युवा सड़कों पर सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन सरकार ने पांच साल में इन सबकी अनदेखी की गई। भाजपा की डबल इंजन सरकार पूरी तरह फेल साबित हुई है। भाजपा के कार्यकाल में महंगाई सातवें आसमान पर है। पेट्रोल, डीजल के दाम लगातार बढ़े हैं। गैस सिलेंडर 1150 रुपए से अधिक का हो गया है। सरकार ने आटा, चावल, दूध, दही पर भी जीएसटी लगाकर मंहगाई को बढ़ाने का काम किया है। महंगाई को रोकने के लिए सरकार ने कोई प्रयास नहीं किए और प्रधानमंत्री सहित भाजपा सरकार के केंद्रीय मंत्री मंहगाई की बात ही नहीं कर रहे हैं। इससे साबित होता है कि भाजपा सरकार को जनता की परेशानी से कोई लेना देना नहीं है।