ग्वालियर, । मध्य प्रदेश के ग्वालियर के पहाड़गढ़ क्षेत्र में जहां पर सुखोई और मिराज 2000 की भिड़ंत के बाद मिराज गिरा था। वहां पर सेना ने कांबिग ऑपरेशन चलाया। साथ फोरेसिंक टीम ने भी बारीकी से खोजबीन व जांच की। इस दौरान पहाड़गढ़ के जंगल में हुए हादसे में बलिदान हुए पायलट विंग कमांडर हनुमंत राव सारथी का सिर अब तक नहीं मिला।
सेना ने चलाया कांबिंग आपेरशन
रविवार सुबह से सेना ने कांबिंग आपेरशन चलाया, जिसमें तीन से चार किलोमीटर के क्षेत्र के चप्पे-चप्पे की बारीकी से खोज की गई, जिसमें पायलट हेमंत राव का पर्स मिला। उधर कर्नाटक में बलिदानी विंग कमांडर का अंतिम संस्कार पूरे सैनिक सम्मान के साथ किया गया।
शनिवार को वायुसेना के विमान मिराज 2000 और सुखोई के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने की घटना के बाद बिखरे विमान के अवशेषों को तलाशने के लिए रविवार की सुबह घटना स्थल से लेकर आसपास के जंगलों में सेना ने कांबिंग आपरेशन चलाया। आपरेशन के दौरान जंगल के पांच किलोमीटर क्षेत्र में ड्रोन उड़ाकर सर्चिंग की गई।
मिराज 2000 का मिला ब्लैक बॉक्स
मध्य प्रदेश के ग्वालियर के पास भारतीय वायु सेना के दो लड़ाकू जेट- सुखोई 30 और एक मिराज 2000 के दुर्घटनाग्रस्त होने के एक दिन बाद, मिराज 2000 का ब्लैक बॉक्स और Su-30MKI जेट के फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर का एक हिस्सा रविवार को मलबे में पाया गया है।
इस दौरान टीम को मिराज विमान का ब्लैक बाक्स मिल गया। कांबिंग आपरेशन के बीच ही एक विशेष हेलिकाप्टर से सेना के फोरेंसिक वैज्ञानिकों की एक टीम भी जांच पड़ताल के लिए आई।
सुखोई विमान के दोनों पालयट का चल रहा इलाज
मुरैना के एसपी आशुतोष बागरी ने बताया कि रविवार को भारतीय वायुसेना के एज्युडेंट सीएस पांडेय ने मिराज के पायलट विंग कमांडर हनुमंत राव सारथी की मौत के मामले में मुरैना के निरार थाने में मर्ग कायम कराया है। इधर सुखोई विमान के दोनों घायल पायलट स्क्वार्डन लीडर विजय पाटिल व मिधुल पीएम का ग्वालियर के मिलिट्री हास्पिटल में इलाज चल रहा है।