बताया जा रहा है कि आईजीआई से रोजाना संचालित होने वाले 2000 विमानों में से करीब 300 विमानों द्वारा टैक्सी-वे का इस्तेमाल किया जाएगा। यह संख्या अपने आप में काफी बड़ी है।
इस तरह एलिवेटेड टैक्सी-वे के माध्यम से समय और ईंधन दोनों की बचत होगी। यही नहीं इससे कार्बन उत्सर्जन में भी कमी आएगी जो बड़ी उपलब्धि होगी।