रोहित शर्मा की अगुआई वाली टीम ने हाल में समाप्त हुई टी-20 सीरीज के दौरान अति आक्रामक बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया जिससे काफी हद तक सफलता भी मिली लेकिन जिस तरीके से दूसरे वनडे में टीम ने 247 रन के कम स्कोर के लक्ष्य का पीछा किया, उसे देखकर लगता है कि काफी कुछ किया जा सकता है। रोहित स्वीकार करेंगे कि वह और अनुभवी शिखर धवन इंग्लैंड के रीस टाप्ली और डेविड विली की शानदार स्विंग के आगे कुछ रक्षात्मक हो गए। फिर विराट कोहली की लगातार असफलता से समस्या बढ़ गई लेकिन सीनियर सलामी बल्लेबाज शुरू में दो ओवर मेडन जाने दे रहे हैं जो सकारात्मक मानसिकता नहीं दिखाता है इसलिये बल्लेबाजी के तरीके में बदलाव की जरूरत है और लक्ष्य का पीछा करने के लिए मानसिकता में बदलाव करना होगा। ओवल में पहले मैच में जसप्रीत बुमराह ने छह विकेट लेकर अकेले दम पर टीम को जीत दिलाई थी