- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सरदार वल्लभ भाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) प्रोबेशनर्स से वीडियो कांफ्रेंस के जरिए संवाद किया। आईपीएस प्रोबेशनर्स को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, फील्ड में रहते हुए आप जो भी फैसले लें, उसमें देशहित और राष्ट्रीय परिपेक्ष्य होना चाहिए। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय भी इस कार्यकम का हिस्सा बने।
प्रधानमंत्री ने कहा, लोगों ने स्वतंत्रता संग्राम में ‘स्वराज’ के लिए लड़ाई लड़ी, आपको खुद को ‘सुराज’ के प्रति समर्पित करना होगा। उन्होंने कहा कि फील्ड में रहते हुए आप जो भी फैसले लें, उसमें देशहित होना चाहिए, राष्ट्रीय परिपेक्ष्य होना चाहिए।
पुलिस के बारे में जनता की नकारात्मक धारणा एक बड़ी चुनौती है। आपको इस छवि को बदलने की दिशा में काम करना होगा।
उन्होंने कहा, पिछले 75 सालों में भारत ने एक बेहतर पुलिस सेवा का निर्माण किया है। पुलिस ट्रेनिंग से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर में भी भारत ने सुधार किया है। 25 साल बाद जब भारत अपनी आज़ादी के 100 साल मना रहा होगा, उस वक्त हमारी पुलिस सेवा कैसी होगी, कितनी सशक्त होगी वो आपके आज के कार्यों पर निर्भर करेगा। आपको वो बुनियाद बनानी है जिसमें 2047 के भव्य और अनुशासित भारत की इमारत का निर्माण होगा।
अधिकारियों को राष्ट्र निर्माण में उनकी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी का एहसास कराते हुए प्रधानमंत्री ने कहा,’ आपकी सेवाएं देश के अलग-अलग जिलों में होगी, शहरों में होगी। इसलिए आपको एक मंत्र याद रखना है। फील्ड में रहते हुए आप जो भी फैसले लें, उसमें देशहित होना चाहिए, राष्ट्रीय परिपेक्ष्य होना चाहिए।’