नई दिल्ली, । ईशान किशन को ऋषभ पंत की वापसी से पहले भारतीय टेस्ट टीम में विकेटकीपर की पहली पसंद के रूप में देखा जा रहा है। हालांकि, ईशान किशन ने वेस्टइंडीज दौरे पर दो टेस्ट मैचों की सीरीज से पहले दलीप ट्रॉफी में नहीं खेलने के फैसले से सभी को चौंका दिया है।
दलीप ट्रॉफी में ईशान किशन के पास ईस्ट जोन का प्रतिनिधित्व करने का मौका था। भारत का घरेलू टूर्नामेंट दलीप ट्रॉफी 28 जून से 16 जुलाई तक आयोजित होगा। ईशान किशन के पास ईस्ट जोन की कप्तानी करने का मौका था, लेकिन अब अभिमन्यू ईस्वरन टीम की कमान संभालेंगे।
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक ईस्ट जोन चयन समिति के सदस्य ने कहा कि उन्होंने जोनल चयन समिति के संयोजक देबाशीष चक्रवर्ती से पूछा था कि किशन का चयन करेंगे। चयनकर्ता ने कहा, ”भारतीय सीमित ओवर टीम का हिस्सा होने के नाते ईशान किशन को कप्तानी की जिम्मेदारी सौंपी जाती।”
उन्होंने आगे कहा, ”देबाशीष चक्रवर्ती फोन पर किशन से संपर्क में थे और उन्होंने बताया कि ईशान की दलीप ट्रॉफी में खेलने की दिलचस्पी नहीं हैं। हमें नहीं बताया गया कि वो चोटिल है कि नहीं। बस यही पता चला कि वो खेल नहीं रहे हैं।”
ईशान किशन जहां सीमित ओवर क्रिकेट में पारी की शुरुआत करने के कड़े दावेदार हैं, वहीं उनका टेस्ट डेब्यू अब तक नहीं हुआ है। ईशान किशन को डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए भारतीय टीम में शामिल करने की काफी पैरवी की गई थी क्योंकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज में केएस भरत का प्रदर्शन सराहनीय नहीं रहा था।
हालांकि, भारतीय टीम ने डब्ल्यूटीसी फाइनल में केएस भरत को ही आजमाया और उसे ऑस्ट्रेलिया के हाथों 209 रन की करारी शिकस्त सहनी पड़ी। ईशान किशन ने अब तक 48 फर्स्ट क्लास मैच खेले, जिसमें 38.76 की औसत से 2985 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 6 शतक और 16 अर्धशतक जमाए।
यह भी जानकारी मिली कि ईशान किशन के दलीप ट्रॉफी में खेलने से इनकार करने के बाद त्रिपुरा चयनकर्ता जयंत डे ने ऋद्धिमान साहा से संपर्क साधा। साहा ने कहा कि दलीप ट्रॉफी उनके लिए हैं, जिसे भारतीय टीम में मौका मिल सकता है तो ऐसे में किसी युवा की जगह लेने का कोई फायदा नहीं है। यही वजह रही कि अभिषेक पोरेल का चयन किया गया।