नई दिल्ली. पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) ने ट्रेनिंग के बाद कश्मीर जाकर आतंक फैलाने वाले आतंकियों के लिए नई गाइडलाइंस जारी की है. इस गाइडलाइंस का मकसद सारे आतंकी संगठनों की हर हरकत पर नज़र और उनको कंट्रोल में रखना है. इसमें सख्त हिदायत दी गई है कि पाकिस्तान से ट्रेनिंग लेकर कश्मीर जाने वाला कोई भी आतंकी पाकिस्तान मार्क के साजो सामान के साथ नही जाएगा, बल्कि ISI उसको अलग से सामान मुहैया करवाएगा.
इसके साथ ही कश्मीर जाने वाले हरेक आतंकी को अपना पासपोर्ट 15 दिनों के अंदर जमा करने को भी कहा गया है. इस गाइडलाइंस के मुताबिक, कश्मीर से पाकिस्तान आने वाले आतंकियों के रिश्तेदारों को ISI के नजदीकी आफिस में अपनी जानकारी और फोटोग्राफ्स जमा करने होंगे.
इसके अतिरिक्त आतंकी संगठनों के दफ्तरों में सीसीटीवी लगाया जाएगा और उसका सर्वर कंट्रोल ISI के पास होगा. वहीं, आतंकी तंजीमों को नई भर्ती की पूरी जानकारी ISI को देने को कहा गया और ISI की मंजूरी के बाद ही किसी तंज़ीम में वो शामिल हो सकेंगे.
इसके अलावा ISI ने मुज़्ज़फ्फरबाद के शमशुल हक़ आतंकी ट्रेनिंग कैम्प मुज़्ज़फ्फरबाद की बाहरी दीवार की मरम्मत के लिए 20 लाख हिजबुल के मुमताज़ अहमद को सौंपा. कश्मीर घाटी में दंगे, रैली और प्रदर्शन करवाने के लिए हिजबुल के सेकंड इन कमांड आमिर खान को 20 लाख रुपये दिए. मारे गए आतंकियों के परिवार वालों के लिए भी ISI ने 45 लाख दिए हैं.
ISI के ब्रिगेडियर अशफ़ाक़ ने आतंकियों के सवाल पर उन्हें ज्यादा से ज्यादा हथियार मुहैया कराने का भरोसा दिया है. आईएसआई ने आतंकियों को कश्मीर में राजनीतिक तौर पर सक्रिय लोगों की लिस्ट मुहैया कराई और टारगेट कर उन्हें मारने को कहा है.