, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मंगलवार को दक्षिण कश्मीर के यन्नर पहलगाम में बीती 18 मई को जयपुर से आए एक दंपति पर हमले में लिप्त दो आतंकियों को गिरफ्तार करने का दावा किया है। दोनों से पूछताछ जारी है जिससे उनके हैंडलर के साथ-साथ इस पूरे हमले के षड्यंत्र का पता लगाया जा सके।
18 अप्रैल को जयपुर के दंपति को मारी थी गोली
यन्नर पहलगाम (Yannar Pahalgam attack) में 18 अप्रैल की रात को आतंकियों के हमले में जयपुर निवासी तबरेज और उसकी पत्नी फराह जख्मी हो गए थे। हमले में तबरेज बच तो गया लेकिन उसकी आंखों की रोशनी हमेशा के लिए चली गई। इस हमले ने कश्मीर में सुरक्षा प्रबंधों पर सवालिया निशान लगा दिया। इससे कश्मीर में पर्यटन के भी प्रभावित होने की आशंका पैदा हो गई थी। सुरक्षाबलों ने हमले में लिप्त आतंकियों को पकड़ने के लिए पूरे दक्षिण कश्मीर में एक सघन तलाशी अभियान चला रखा था और सभी संदिग्ध तत्वों की लगातार निगरानी की जा रही थी।
सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को पकड़ा
आज पुलिस को अपने तंत्र से पता चला था कि यन्नर हमले में लिप्त दो आतंकी मुलसू सीर अनंतनाग में एक जगह विशेष पर छिपे हुए हैं और वह वहां से अपने एक अन्य सुरक्षित ठिकाने की तरफ जाने वाले हैं। इसके आधार पर पुलिस ने सेना की 3 आरआर और सीआरपीएफ के जवानों के साथ मिलकर मुलसू सीर, पहलगाम और अनंतनाग के पास कुछ विशेष जगहों पर नाके लगाए। इसके साथ ही सुरक्षाबलों के एक दस्ते ने कुछ संदिग्ध ठिकानों पर दबिश दी और जल्द ही सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को पकड़ लिया।
आतंकियों से भारी मात्रा में हथियार बरामद
आतंकियों की पहचान वसीम अहमद शाह और अदनान अहमद बेग के रूप में हुई है। उनके पास से एक पिस्तौल, एक मैगजीन,आठ कारतूस, एक ग्रेनेड और एसाल्ट राइफल के 120 कारतूस मिले हैं। पूछताछ में दोनों आतंकियों ने यन्नर पहलगाम में पर्यटकों पर हमले में अपनी सलिंप्तता कबूल की है। उनसे पूछताछ जारी है जिससे पूरे माड्यूल का पता लगाकर उसे पकड़ा जा सके।
18 अप्रैल को ऐसे दिया वारदात को अंजाम
जानकारी के अनुसार, आतंकियों ने रात साढ़े नौ बजे के करीब यन्नर पहलगाम में दरिया किनारे स्थित कैंपिंग साइट पर हमला किया था। उन्होंने वहां अपने तंबु के बाहर बैठे एक दंपत्ति को निशाना बनाया, गोलियों की आवाज से वहां हड़कंप मच गया था। वहां मौजूद अन्य पर्यटक अपनी जान बचाने के लिए अपने अपने तंबुओं में घुस गए।
जोड़ा जयपुर राजस्थान से आया था
इसी दौरान आतंकी भी वहां से भाग गए। गोलियों की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे सुरक्षाकर्मियों ने वहां मौजूद अन्य लोगों की मदद से घाायल दपंति को उपचार के लिए जीएमसी अस्पताल पहुंचाया। घायलों की पहचान फराह और उसके पति तबरेज के रूप में हुई है। यह जोड़ा जयपुर राजस्थान से आया था। डाक्टरों के मुताबिक, दोनों ही हालत खतरे से बाहर है।