इमरजेंसी से वार्ड में शिफ्ट, जांच रिपोर्ट की प्रतीक्षा
रांची रिम्स के अधीक्षक डा हीरेंद्र बिरुआ ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि उन्हें एक्यूट पेन था, जिसके बाद उन्हें इमरजेंसी में पहले लाया गया। वहां उन्हें स्टेबल करने के बाद वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। डाक्टर बिरुआ ने बताया कि मरीज को पेनक्रिया संबंधी समस्या है। इस कारण गॉलब्लैडर में दर्द हो सकता है। हालांकि, जांच की गई है। अल्ट्रासाउंड किया गया है। डाक्टर पता लगा रहे कि कौन सी बीमारी है। ब्लड सैंपल में उनके एंजाइम का टेस्ट कराया गया है। तमाम तरह की जांच के बाद डाक्टर बताएंगे कि कौन सी बीमारी है।
एक अगस्त तक पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया
मालूम हो कि रांची रिम्स में कड़ी सुरक्षा के बीच पंकज मिश्रा का इलाज चल रहा है। पंकज मिश्रा को रिम्स के न्यू ट्रामा सेंटर में पहले लाया गया। उनके साथ उनके करीबी लोग भी मौजूद हैं। मालूम हो कि ईडी ने हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को 19 जुलाई को गिरफ्तार किया था। इस समय ईडी के अधिकारी उन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रहे हैं। ईडी ने अदालत से एक अगस्त तक रिमांड पर लिया है। पंकज मिश्रा संताल क्षेत्र का सबसे बड़ा खनन माफिया बताया जाता है। हाल ही में उसके करीबियों की तीस करोड़ की जहाज ईडी ने जब्त की है।
साहिबगंज के बरहरवा थाने में दर्ज हुई थी प्राथमिकी
ईडी ने मनी लांड्रिंग केस में पंकज मिश्रा पर चार जून को प्राथमिकी दर्ज की थी। साहिबगंज जिले के बरहरवा थाने में यह प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। इस मामले में ईडी ने शंभु नंद कुमार का बयान भी दर्ज किया था। शंभु ने ईडी को दिये अपने बयान में राज्य के एक कैबिनेट मंत्री का भी नाम लिया था। फिलहाल सभी बिंदुओं पर जांच चल रही है। कहा जाता है कि पंकज मिश्रा की इजाजत के बिना संताल क्षेत्र में कोई भी अवैध खनन कार्य नहीं होता है। पंकज पर बिहार में कोयला, पत्थर, शराब आदि तस्करी करने का आरोप है। इतना ही नहीं उस पर बांग्लादेश तक तस्करी का आरोप लगा है।