रांची, । Jharkhand Political Crisis झारखंड में जारी राजनीतिक संकट के बीच छत्तीसगढ़ के रायपुर भेजे गए झामुमो और कांग्रेस कार्यकर्ताओं की खुफिया तरीके से निगरानी भी हो रही है। यह निगरानी कोई और नहीं बल्कि कांग्रेस आलाकमान ही करा रहा है। विधायकों की हर गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जा रही है। उनकी हर सूचना कांग्रेस आलाकमान को दी जा रही है। उधर, खबर आ रही कि रिसोर्ट में ‘कैद’ इन विधायकों का मन नहीं लग रहा है। वह जल्द से जल्द रांची लौटना चाहते हैं, लेकिन आलाकमान के निर्देश के कारण वह खुलकर कुछ नहीं बोल पा रहे हैं। उनका कहना है कि हेमंत सोरेन के इस कदम से सबकी किरकिरी हो रही है। जनता में इसका गलत संदेश जा रहा है। पार्टी नेतृत्च को यह समझना चाहिए।
होटल के कर्मचारी बनकर कर रहे खुफिया निगरानी
मालूम हो कि झारखंड के ये विधायक रायपुर के सबसे महंगे फाइव स्टार मेफेयर रिसोर्ट में रखे गए हैं। इनकी निगरानी के लिए कांग्रेस के करीब एक दर्जन सामान्य कार्यकर्ता नियुक्ति किए गए हैं। यह कार्यकर्ता इतने सामान्य हैं कि इन्हें कोई पहचान ही नहीं सकता है, सिवाय कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं के। होटल के सूत्रों की मानें तो प्रबंधन ने कह रखा है कि अगर कांग्रेसी वेटर, स्टीवार्ड, फ्लोर मैनेजर आदि किसी भी भूमिका को निभाना चाहते हैं तो उन्हें मना न किया जाए। यानी कांग्रेस कार्यकर्ता होटल के कर्मचारी के रूप में खुफिया निगरानी कर रहे हैं।
विधायकों की हर बात सुनकर पहुंचा रहे आका तक
सूत्रों की मानें तो कुल एक दर्जन कांग्रेस कार्यकर्ता गोपनीय ढंग से हेमंत सोरेन के विधायकों की हर बात सुन रहे हैं। पल-पल की रिपोर्ट अपने वरिष्ठ नेताओं को भेज रहे हैं। कांग्रेस कार्यकर्ता कर्मचारी बनकर रूम सर्विस दे रहे हैं। रिसेप्शन पर भी इनकी तैनाती की गई है। कांग्रेस कार्यकर्ता इन विधायकों के आने जाने के दौरान उनके आगे पीछे मूवमेंट कर रहे हैं। अगर विधायक किसी से मोबाइल पर बात कर रहे हैं तो उनकी बातें सुनने की कोशिश कर रहे हैं। इन बातों को वरिष्ठ नेताओं तक पहुंचा रहे हैं।
सीएम भूपेश बघेल के करीबी नेताओं को जिम्मेदारी
होटल के सूत्रों ने बताया कि अगर विधायक इंडोर गेम खेलने के लिए जाते हैं तो वहां भी कर्मचारी रूपी कांग्रेस कार्यकर्ता पहुंच जाते हैं। अगर विधायक स्वीमिंग पूल में नहाने के लिए जाते हैं तो वहां भी पहुंच जाते हैं। यानी किसी बहाने विधायकों के आसपास मंडराते रहते हैं। रिसोर्ट में ऐसे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को ही लगाया गया है, जो खुफिया इनपुट जुटाने में माहिर हैं। विधायकों को उनके होने का आभास भी नहीं हो रहा है। वह इन्हें होटल कर्मचारी ही समझ रहे हैं। कांग्रेस ने यहां सीएम भूपेश बघेल के करीबी नेताओं को यह जिम्मेदारी दी है कि विधायकों की पूरी आवभगत की जाए। सीएम के करीबी इन्हीं नेताओं पर यह भी जिम्मेदारी है कि विधायकों का खुफिया इनपुट जुटाकर आलाकमान तक पहुंचाएं।