जम्मू, । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत के लिए युद्ध पहला नहीं, हमेशा अंतिम विकल्प रहा है लेकिन शांति के लिए ताकतवर होना भी जरूरी है। उन्होंने कहा है कि हमारी सशस्त्र सेनाएं देश के प्रति बुरी नजर रखने वाले दुश्मन को करारा जवाब देने में सक्षम हैं।
सोमवार को लद्दाख के कारगिल में जवानों के साथ दिवाली मनाने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा की भारत की बढ़ती ताकत वैश्विक स्तर पर शांति व समृद्धि के अवसरों को बढ़ावा दे रही है। पूरा विश्व हमारी ओर देख रहा है। हम विश्व में संतुलन बनाने वाली एक ताकत के रूप में उभर कर सामने आए हैं।
प्रधानमंत्री ने जवानों से कहा कि कारगिल के युद्ध में भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना को पराजित कर अपनी ताकत का सबूत दिया था। इस दौरान रामायण, महाभारत का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि चाहे लंका हो या कुरुक्षेत्र हो, युद्ध हमारे लिए हमेशा अंतिम विकल्प रहा है। भारत विश्व शांति के लिए खड़ा है।
देश में विकास व मजबूत हो रही अर्थव्यवस्था हवाला देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि देश तभी सुरक्षित है जब इसकी सीमाएं सुरक्षित हैं। इसके लिए अर्थव्यवस्था का मजबूत व समाज में आत्मविश्वास होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि हमारी सशस्त्र सेनाएं देश के स्तंभ हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं सशस्त्र सेनाओं की सराहना करता हूं कि उन्होंने फैसला किया है कि रक्षा संबंधी 400 उपकरण अब विदेश से नहीं खरीदें जाएंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले सात-आठ सालों में हम विश्व की 10वीं बड़ी अर्थव्यवस्था से पांचवी बड़ी अर्थव्श्वस्था वाला देश बन गए हैं। देश में इस समय 80000 स्टार्टअप हैं। इसरो ने 36 उपग्रह एक साथ लांच कर एक नया रिकॉर्ड बनाया है। ये उपलब्धियां हमारे सैनिकों को भी आत्मविश्वास से भर देती हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यूक्रेन के युद्ध में हमारा तिरंगा भारतीयों के लिए एक ढाल बना। वही पिछली सरकारों को निशाना बनाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हम कुशासन को दूर कर देश में क्षमता व विकास को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत इस समय आंतरिक व बाहरी दुश्मनों का सामना कर रहा है। इस दौरान आतंक, नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने की दिशा में बड़े पैमाने पर कार्रवाई जारी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारा युद्ध निर्णायक दौर है। देश में किसी भी भ्रष्ट व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। चाहे वह कितना ही ताकतवर क्यों ना हो। उन्हाेंने कहा कि भाजपा विपक्षी दलों के इस दुष्प्रचार को नकारती है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान में राजनीति होती है।
वही लद्दाख के अपने दौरों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से लड़े गए हर युद्ध में करगिल में जीत का परचम लहराया गया है। भारतीय सैनिकों की वीरता की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कि वे उनके परिवार का अभिन्न अंग है, व उनके साथ दीवाली की खुशी बांटना उन्हें अच्छा लगता है। देश में वर्ष 2014 में सत्ता में आने के बाद प्रधानमंत्री ने लद्दाख के सियाचिन, कश्मीर के गुरेज, जम्मू कश्मीर के राजौरी व नौशहरा में सैनिकों के साथ दिवाली मना चुके हैं।