पटना। राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव के बाद प्रवर्तन निदेशालय आज बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री व वरिष्ठ नेता तेजस्वी यादव से पूछताछ करेगा। ईडी ने तेजस्वी यादव को समन देकर 30 जनवरी को पूछताछ के लिए पटना स्थित कार्यालय बुलाया गया था।
तेजस्वी ईडी ऑफिस पहुंचे इसके पहले राज्यसभा सदस्य और राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा ने जांच एजेंसियों की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। प्रवर्तन निदेशालय ने 19 जनवरी को ही लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव को जमीन के बदले नौकरी प्रकरण में पूछताछ के लिए समन भेजा था।
तेजस्वी यादव को 30 जनवरी के दिन ईडी दफ्तर बुलाया गया था। जिसके बाद आज सुबह करीब 11:00 बजे तेजस्वी यादव ईडी दफ्तर के लिए आवास से रवाना हुए और पटना में अलग-अलग मार्गो से होते हुए वह करीब साढ़े 11 बजे बैंक रोड स्थित ईडी दफ्तर पहुंचे।
इससे पहले इस दफ्तर में राजद कार्यकर्ताओं का हुजूम उमड़ना शुरू हो गया था। तेजस्वी से पूछताछ के पूर्व राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने लालू यादव से हुई प्रवर्त्तन निदेशालय की पूछताछ पर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया है।
मनोज झा ने कहा कि ईडी सबकी तलाश करेगा। कल लालू प्रसाद यादव के साथ क्या हुआ और आज तेजस्वी यादव के साथ क्या हो रहा है। महाराष्ट्र और तमिलनाडु में भी ऐसे ही हालात चल रहे हैं। विपक्ष को इस तथ्य को स्वीकार करने की जरूरत है कि उन्हें चुनाव भी लड़ना है और इन एजेंसियों का सामना भी करना है।
राजद नेता मनोज झा ने विपक्षी दलों को आगाह किया है कि अगर लोकसभा चुनाव में भाजपा का सामना करना है तो उसके पहले उन्हें केंद्रीय जांच एजेंसियों से भी जूझना होगा। बिना इसके वे भाजपा के साथ मुकाबला नहीं कर सकते है।
लालू की बेटी पर कस सकता है शिकंजा
अब आज यानी कि मंगलवार को बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को ईडी ने समन देकर बुलाया है।
वहीं, नौकरी के बदले जमीन घोटाले पर, प्रवर्तन निदेशालय ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि पुलिस हिरासत में एक अन्य आरोपी हृदयानंद चौधरी, जो पूर्व सीएम राबड़ी देवी की गौशाला का पूर्व कर्मचारी है। उसने एक कैंडिडेट से संपत्ति अर्जित की थी, जिसे बाद में लालू की बेटी हेमा यादव को ट्रांसफर कर दिया गया।