सीएम एकनाथ शिंदे ने संवाददाताओं को नव निर्वाचित सरकार के फैसलों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि जब केंद्र सरकार किसी राज्य की सरकार के साथ आती है, तो उस सूबे में विकास की रफ्तार कई गुना बढ़ जाती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आश्वासन दिया है कि राज्य की बेहतरी के लिए केंद्र हमारी सरकार के साथ खड़ा है। हम महाराष्ट्र के लोगों को राहत देने के लिए पेट्रोलियम पर वैट में कटौती करेंगे…
एकनाथ शिंदे ने सभी लंबित परियोजनाओं को समय पर पूरा करने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि सभी लंबित परियोजनाओं को समय पर पूरा करने की जरूरत है। हम इस दिशा में तेजी से काम करेंगे। देवेंद्र फडणवीस के अनुभव से हमें निश्चित रूप से लाभ मिलेगा। हमने पिछली सरकार में देवेंद्र फडणवीस के निर्णय लेने की गति देखी है। वह रुके हुए काम को पूरा कराते हैं। इस सरकार में भी, हम लंबित परियोजनाओं को जल्द से जल्द पूरा करने का प्रयास करेंगे, चाहे वह मेट्रो परियोजना हो या समृद्धि महामार्ग…
समाचार एजेंसी एएनआइ की रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस की। शिंदे ने कहा- यह सरकार जनता के जनादेश की है जो ढाई साल पहले किन्हीं कारणों से नहीं बन पाई थी। हमारे पास आज 50 (शिवसेना) और 115 (भाजपा) विधायक हैं। हम महाराष्ट्र के लोगों के हित में निर्णय लेंगे। हमारे पक्ष में मतदान करने वाले सभी विधायक राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करेंगे…
सीएम शिंदे ने शरद पवार पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि पवार एक बड़े नेता हैं लेकिन वह उल्टा ही बोलते हैं। हमारी सरकार ढाई साल पूरा करेगी। वह शरद पवार के बयान का जवाब दे रहे थे जिसमें उन्होंने कहा था कि शिंदे सरकार छह महीने में ही गिर जाएगी। शिंदे ने कहा- अगली बार हमारे पास 200 विधायक होंगे जिसमें 100 हमारे और 100 भाजपा के विधायक होंगे… आने वाले दिनों में हम कैबिनेट विस्तार करेंगे।
सीएम शिंदे ने कहा कि भरत गोगावाले हमारे सचेतक हैं और मैं खुद विधायक दल का नेता हूं। हमारे व्हिप का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी। वे (उद्धव ठाकरे का खेमा) हर बात को लेकर नियमित रूप से कोर्ट जा रहे हैं। वे आज भी सुप्रीम कोर्ट गए। वहीं विधानसभा में महाराष्ट्र उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि पिछली सरकार ने (2 शहरों के) नाम बदलने का फैसला लिया था, हम उसको बरकरार रखेंगे क्योंकि हम इस पर समान विचार रखते हैं।