- महाराष्ट्र में दो दिवसीय विधानसभा मानसून सत्र की शुरुआत हो चुकी है. ऐसे में सत्र में कई मुद्दों को लेकर सरकार और विपक्षी दलों के बीच जमकर हंगामा हुआ.
मुंबई: महाराष्ट्र में दो दिवसीय विधानसभा मानसून सत्र की शुरुआत हो चुकी है. इस बीच जैसे कि उम्मीद जतायी जा रही थी कि सत्र में कई मुद्दों को लेकर सरकार और विपक्षी दलों के बीच जमकर हंगामा हो सकता है. ठीक ऐसा ही कुछ होते दिखाई दिया.
दरअसल, महाराष्ट्र विधानसभा में मंत्री छगन भुजबल ने OBC के राजनीतिक आरक्षण के सम्बंध में विधानसभा में प्रस्ताव रखा. साथ ही ये बात की गई कि केंद्र सरकार इम्पीरीयल डेटा उपलब्ध कराए.
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहां कि केंद्र से डाटा मांगने से मसला सुलझने वाला नहीं है. सरकार पूरी तरह गुमराह कर रही है. वहीं, सत्र के दौरान ऐक ऐसी तस्वीर भी देखने को मिली जहां विधानसभा अध्यक्ष के केबिन में बीजेपी और सरकार के विधायक आपस में भिड़ गए.
सत्र की कार्रवाई को 10 मिनट के लिए स्थगित की गई
हीं, OBC आरक्षण के मुद्दे पर जब बात आयी तो भास्कर जाधव (शिवसेना) अध्यक्ष के चेयर पर दिखाई दिए. सत्र में इस हंगामें को देखते हुए सत्र की कार्रवाई को 10 मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया.
शोर शराबा, हंगामा, सरकार को घेरने का सही तरीका नहीं- संजय राउत
शिवसेना के सांसद संजय राउत ने सत्र को लेकर कहा था कि विपक्ष दल बीजेपी के मन में अगर महाराष्ट्र की जनता का ध्यान है तो उन्हें इस सत्र में शांतिपूर्वक भाग लेना चाहिए. संजय राउत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि शोर-शराबा, हल्ला, सरकार को घेरने का सही तरीका नहीं है और ना होगा. ऐसा करने से कोविड-19, टीकाकरण, बेरोजगारी, अर्थव्यवस्था की परेशानियों को नहीं सुलाझाया सकेगा.