नई दिल्ली। माइक्रोसॉफ्ट के क्राउडस्ट्राइक अपडेट की वजह से बीते दिन पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया। एक तकनीकि गड़बड़ी के चलते हजारों फ्लाइट कैंसिल करनी पड़ी और कई बैंकों की सेवाएं ठप हो गई।
इतना ही नहीं अस्पताल, शेयर बाजार और कॉलिंग सेवाएं भी प्रभावित हुईं।
अभी तक आ रही ये दिक्कतें
सिविल एविएशन मंत्रालय के अनुसार, अभी तक रुकावटों के चलते कई बैकलॉग अभी तक है, जिसे दूर करने की कोशिश की जा रही है। कई एयरपोर्ट्स पर फेशियल रिकग्निशन सिस्टम सही से काम नहीं कर रहा है। वहीं, चैन्नई एयरपोर्ट समेत कई जगह फ्लाइट्स भी प्रभावित हैं।
कब तक ठीक होगा Microsoft Outage
माइक्रोसॉफ्ट के अधिकारी ने समाचार एजेंसी रायटर को बताया कि आउटेज के कारण उत्पन्न समस्या को क्राउडस्ट्राइक से ठीक कर दिया गया है, लेकिन उसे अभी पूरी तरह से ठीक होने में समय लग सकता है। दरअसल, ये समस्या एंडप्वाइंट डिटेक्शन एंड रिस्पॉन्स (EDR) प्रोडक्ट्स से जुड़ी है जो व्यक्तिगत क्लाइंट कंप्यूटर पर ही काम करते हैं। ये ऐसी तकनीकी प्लेटफॉर्म है जहां से खतरों का पता लगाया जाता है।
क्यों आई समस्या
दरअसल, कंप्यूटर सिस्टम एक सर्वर से अटैक होते हैं, जिसमें दिक्कत आने के बाद सब ठप हो गया। ऐसा ही माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर में दिक्कत आने से हुआ, जिससे पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया। बैंकिंग से लेकर कई कंपनियों के काम भी ठप हो गए।
रूस और चीन कैसे बचे?
पूरी दुनिया में माइक्रोसॉफ्ट के आउटेज से हड़कंप मचा था, लेकिन रूस और चीन इससे बच गए। इसके चलते दोनों देशों की तारीफ भी हो रही है। दरअसल, चीन और रूस इस बात को काफी पहले ही समझ गए थे कि उनका अमेरिकी कंपनियों पर निर्भर रहना खतरे से खाली नहीं है।
इसी के चलते दोनों ने वर्ष 2002 में ही अपनी ही तकनीक को विकसित किया और इसी कारण दोनों देश को माइक्रोसॉफ्ट का सर्वर ठप होने से कोई फर्क नहीं पड़ा।