सूत्रों का कहना है कि ईडी ने 100 से अधिक बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज, बैंक से जुड़े दस्तावेज व अन्य प्रपत्र बरामद किए हैं। बेनामी संपत्तियों को अलग-अलग नामों से गाजीपुर से लेकर लखनऊ तक खरीदा गया है। ईडी अब मुख्तार अंसारी के करीबियों को नोटिस देकर उन्हें पूछताछ के लिए तलब करने की तैयारी कर रहा है। उनसे बेनामी संपत्तियों व बैंक खातों में हुए लेनदेन को लेकर सवाल-जवाब होंगे।
ईडी ने बांदा जेल में बंद पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी और उसके करीबियों के दिल्ली, लखनऊ, गाजीपुर व मऊ स्थित 11 ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की थी। गुरुवार को छापेमारी देर रात तक चली। इस दौरान लखनऊ स्थित डालीबाग में मुख्तार के करीबी रिश्तेदार के घर से कई फ्लैट के दस्तावेज मिले हैं।
आशंका है कि मुख्तार अंसारी ने अपनी काली कमाई को लखनऊ के कई बिल्डरों के साथ मिलकर निवेश किया है। ईडी ने मुख्तार के भाई अफजाल के दिल्ली स्थित आवास पर भी छानबीन की थी। ईडी कई कंस्ट्रक्शन कंपनियों के बारे में भी छानबीन कर रहा है। ईडी के प्रयागराज स्थित कार्यालय में मुख्तार अंसारी के विरुद्ध मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया गया था।
सरकार की टेढ़ी नजर के पहले से ही शिकार मुख्तार अंसारी के बाद अब उनके भाई बसपा सांसद अफजाल अंसारी भी इसकी गिरफ्त में आ गए हैं। सरकार से गैंगस्टर एक्ट में करीब 27 करोड़ की कुर्की के बाद अफजाल अंसारी के ईडी जांच में घिरने से उनकी मुश्किलें बढ़ सकती है।
अफजाल अंसारी के घर व मुख्तार के करीबियों के यहां मिले रिकार्ड में कई की गर्दन फंस सकती है और इसकी जद में दोनों के कई और करीबी भी आ सकते हैं। अफजाल अंसारी के मुहम्मदाबाद स्थित आवास और मुख्तार अंसारी के करीबी रजदेपुर के गणेशदत्त मिश्रा, मिश्र बाजार के विक्रम अग्रहरी, टाउनहाल के मुमताज के यहां ईडी ने गुरुवार की तड़के एक साथ सीआरपीएफ जवानों के साथ छापेमारी की।
यह कार्रवाई देर रात दो बजे तक चलती रही। अफजाल के यहां से टीम 7.30 बजे चली आई। कुछ देर बाद गणेशदत्त मिश्रा के यहां भी कार्रवाई पूरी हो गई। मिश्र बाजार में विक्रम के यहां देर रात दो बजे तक ईडी पड़ताल करती रही। खान बस सर्विस के मुमताज के यहां शुक्रवार की सुबह तक ईडी की टीम पड़ताल करती रही। कार्रवाई पर सांसद अफजाल अंसारी ने कहा कि दुनिया की चाहे कोई एजेंसी जांच कर ले, पाक साफ दामन है पाक साफ ही मिलेगा।