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Narendra Giri: नरेंद्र गिरि को दी गई भू-समाधि,


  • अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के प्रमुख महंत नरेंद्र गिरि को बुधवार को प्रयागराज स्थित आश्रम में भू-समाधि दे दी गई। इस दौरान भारी संख्या में साधु-संत उपस्थित रहे। बाघम्बरी मठ में उन शव फंदे से लटका मिला था। पुलिस ने अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें उनका शिष्य आनंद गिरि भी है। आनंद गिरि से कल से पूछताछ हो रही है। इस बीच, बुधवार सुबह Narendra Giri का पोस्टमार्टम किया गया। पांच डॉक्टरों के पैनल में पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम में यह साफ हुआ है कि मौत फांसी लगने से हुई है। दम घुटने से मौत वाली रिपोर्ट पुलिस और संबंधित अधिकारियों को सौंप दी गई है। विस्तृत रिपोर्ट में एक-दो दिन का वक्त लगेगा। आगे की जांच के लिए विसरा सुरक्षित रखा गया है। प्रयागराज में आज सभी स्कूल-कॉलेज बंद हैं। जहां पढ़िए मामले से जुड़े हर अपडेट

आनंद गिरि से प्रयागराज पुलिस लाइन्स में पिछले करीब 12 घंटों से पूछताछ जारी है। पुलिस के आला अधिकारी अलग-अलग तरह से उससे पूछताछ कर रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उसने खुद को निर्दोष बताते हुए यह भी कहा है कि उसके गुरुजी नरेंद्र गिरि जी महाराज आत्महत्या नहीं कर सकते हैं।

Narendra Giri case Highlights: चर्चा में सुसाइड नोट, पढ़िए क्या लिखा

‘मैं महंत नरेंद्र गिरि मठ बाघम्बरी गद्दी बड़े हनुमान मंदिर (लेटे हनुमान जी) वर्तमान में अध्यक्ष अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अपने होशो हवास में बगैर किसी दबाव मैं यह पत्र लिख रहा हूं। जब से आनंद गिरि ने मेरे ऊपर असत्य, मिथ्या, मनगढ़ंत आरोप लगाया, तब से मैं मानसिक दबाव में जी रहा हूं। जब भी मैं एकांत में रहता हूं, मर जाने की इच्छा होती है। मेरे मरने के संपूर्ण जिम्मेदार आनंद गिरि, आद्या प्रसाद तिवारी जो मंदिर के पुजारी हैं, आद्या प्रसाद तिवारी का बेटा संदीप तिवारी की होगी। मैं समाज में हमेशा शान से जिया, लेकिन आनंद गिरि मुझे गलत तरीके से बदनाम किया।