भुवनेश्वर। बंगाल की तर्ज पर ओडिशा में भी राजनीतिक हिंसा की घटनाएं बढ़ने लगी हैं। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के चुनावी गृह जिले गंजाम के खलिकोट में बुधवार को बीजद व भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हुए हिंसक संघर्ष में भाजपा कार्यकर्ता दिलीप वाहान की मौत हो गई है, जबकि तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने घटना की कड़ी निंदा की है। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सरकार से दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
बताया जाता है कि भाजपा कार्यकर्ता दिलीप वाहान, उनके भाई जीतू वाहान अन्य दो व्यक्ति बुधवार देर शाम भाजपा के पोस्टर लगा रहे थे। बीजद कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध करते हुए कहा कि गांव में भाजपा का पोस्टर और बैनर नहीं लगेगा।
इसे अनसुना कर दिलीप और उनके सहयोगी पोस्टर लगाने लगे। इसके बाद बीजद कार्यकर्ताओं ने तलवार तथा अन्य धारदार हथियार से उन पर हमला कर दिया। हमले में गंभीर रूप से घायल दिलीप वाहान और उनके भाई जीतू वाहान को बरहमपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां देर रात दिलीप की मौत हो गई।
दिलीप की मौत की खबर सामने आने के बाद परिवार एवं गांव के लोगों के बीच आक्रोश बढ़ गया। अभियुक्त के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग करते हुए परिवार एवं गांव के लोगों ने रात को ही खलिकोट थाना के सामने धरना शुरू कर दिया। हालांकि पुलिस कोई कार्रवाई करने के बदले चुप बैठ गई।
पुलिस पर किया पथराव
स्थिति अनियंत्रित होते देख पुलिस ने आठ आरोपितों को गिरफ्तार किया। थाने लाए जाने पर भाजपा कार्यकर्ता दिलीप वाहान के स्वजन, परिचित तथा भाजपा कार्यकर्ता आरोपितों के साथ पुलिस पर पानी की बोतल, पत्थर आदि फेंकने लगे।
पुलिस ने भी की जवाबी कार्रवाई
स्थिति बिगड़ती देख पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की और लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ा। लोगों ने पुलिस पर पत्थर फेंके तो पुलिस ने धरना पर बैठे लोगों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटना शुरू कर दिया।
इस क्रम में सात पुलिसकर्मियों समेत कई लोग घायल हुए हैं। पुलिस ने थाना के बाहर खड़े तमाम वाहनों को लाठी से मारकर तोड़ दिया है।