लोकसभा में हंगामे के आसार
माना जा रहा है कि इसको लेकर लोकसभा में भारी हंगामा हो सकता है। गुरुवार को सीतारमण द्वारा लोकसभा और राज्यसभा में पेश किए गए लगभग 60 पन्नों के श्वेत पत्र में कहा गया है कि बैंकिंग संकट यूपीए सरकार की सबसे महत्वपूर्ण और कुख्यात विरासतों में से एक था। इसमें कहा गया है कि यूपीए सरकार ने 2004 में सत्ता में आने के बाद सुधारों को छोड़ दिया और वह पिछली भाजपा नीत एनडीए सरकार द्वारा रखी गई मजबूत नींव पर निर्माण करने में विफल रही।
यहां पढ़ें Live Updates:
- बीजेपी द्वारा लाए गए ‘श्वेत पत्र’ पर केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा, “यूपीए के समय देश में वित्तीय अनुशासनहीनता थी, लेकिन कोई वित्तीय योजना नहीं थी। उन्होंने (कांग्रेस) लगभग 12 लाख करोड़ रुपये लूटे हैं। 2014 के बाद से, हर मामले में अनुशासन रहा है और अब हम दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं। अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो भ्रष्टाचार, सांप्रदायिक संकट और बेरोजगारी फिर से बढ़ जाएगी।”
- निर्मला सीतारमण ने कहा, “यूपीए सरकार के हाथों कोयला घोटाले के कारण भारत को भारी नुकसान हुआ।” उन्होंने कहा कि कोयला घोटाले पर कैग की रिपोर्ट में कहा गया है कि इससे भारत को 1.86 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
#WATCH | Finance Minister Nirmala Sitharaman says, “In the CAG report on the Coal Scam stated that it caused a loss of Rs 1.86 lakh crore for India…” pic.twitter.com/rclj66jTI6— ANI (@ANI) February 9, 2024
- यूपीए सरकार पर निशाना साधते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा, “वैश्विक वित्तीय संकट को संभाल नहीं सके और आज इसे कैसे संभालें इस पर भाषण दे रहे हैं। देश के हितों की रक्षा के लिए कुछ नहीं किया गया, लेकिन घोटालों पर घोटाले जारी रहे। ऐसे में उन्होंने देश छोड़ दिया।”
#WATCH | Finance Minister Nirmala Sitharaman says, “Could not handle the global financial crisis & today are lecturing about how to handle it. Nothing was done to protect the interests of the country but continued scandals over scandals. They left the country in such a… pic.twitter.com/yERXrZCtUz— ANI (@ANI) February 9, 2024
- संसद में बोलते हुए वित्त मंत्री ने कहा, “आपने (यूपीए सरकार) कोयले को राख में बदल दिया, लेकिन हमने अपनी नीतियों के जरिए कोयले को हीरे में बदल दिया।”
- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, “इस ‘श्वेत पत्र’ में दिखाई गई तुलना स्पष्ट रूप से बताती है कि अगर सरकार सच्ची ईमानदारी, पारदर्शिता और राष्ट्र को पहले रखकर काम करती है, तो उसका परिणाम क्या होता है। 2008 के बाद क्या हुआ जब वैश्विक वित्तीय संकट था और COVID के बाद क्या हुआ, यह स्पष्ट रूप से दिखाता है कि अगर सरकार का इरादा ईमानदार है तो परिणाम अच्छे होंगे।”
#WATCH | Finance Minister Nirmala Sitharaman says, “…10 years of one government with some crisis & 10 years of a different government with different crisis. The comparison shown in this ‘White Paper’ clearly says how if the government handles it with true sincerity,… pic.twitter.com/yzVeKfG6vv— ANI (@ANI) February 9, 2024
- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, “भारतीय अर्थव्यवस्था को 10 साल की नाजुक स्थिति से बाहर निकालकर टॉप पांच में पहुंचाने के लिए सरकार ने ‘श्वेत पत्र’ मेज पर रख दिया है। यह जिम्मेदारी के साथ रखा गया एक बयान है।”
- कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने बजट सत्र से पहले कहा, “‘श्वेत पत्र’ कुछ और नहीं बल्कि पीएम मोदी के असफल वादों से जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश है। असली चुनावी मुद्दे महंगाई और बेरोजगारी आगामी लोकसभा चुनावों में लोगों के दिमाग पर हावी रहेगी।”
#WATCH | Delhi: Congress MP Gaurav Gogoi says, “The ‘White Paper’ is nothing but an attempt to divert the attention of the public from PM Modi’s failed promises…The real issues: inflation and unemployment will dominate people’s minds in the upcoming Lok Sabha elections.” pic.twitter.com/11Ifx7QcJ1— ANI (@ANI) February 9, 2024
- गृह मंत्री अमित शाह बजट सत्र के लिए संसद भवन पहुंच चुके हैं।
#WATCH | Union Home Minister Amit Shah arrives at the Parliament pic.twitter.com/XTuJuG89Bv— ANI (@ANI) February 9, 2024
- श्वेत पत्र को लेकर सीपीआई-एम सांसद जॉन ब्रिटास ने कहा, “भाजपा का उद्देश्य चुनावी अभियान है और अध्ययन नाम की कोई चीज नहीं है। किसी सरकार के लिए दस साल पीछे जाना अजीब है। उन्हें श्वेत पत्र तब लाना चाहिए था, जब वे सत्ता में आए। यह दुनिया के किसी भी देश के इतिहास में अजीब है।”
#WATCH | Delhi: CPI-M MP John Brittas says, “…The purpose of the BJP is the electoral campaign & nothing called a perusal. It is strange for a government to go back ten years. They should have brought the white paper when they came to power. It is strange in the history of any… pic.twitter.com/eTIEww7fi0— ANI (@ANI) February 9, 2024
- बीजेपी सांसद अर्जुन राम मेघवाल ने कहा, “अंतरिम बजट के दौरान वित्त मंत्री ने श्वेत पत्र का जिक्र किया था। हम उनके खराब शासन के कारण फ्रैजाइल फाइव का हिस्सा थे, लेकिन अब हम शीर्ष पांच अर्थव्यवस्थाओं में हैं। लोगों को यह जानने का अधिकार है कि मोदी सरकार ने क्या नीतियां और समग्र दृष्टिकोण अपनाया है।”
#WATCH | BJP MP Arjun Ram Meghwal says, “…The finance minister during the interim budget had mentioned the white paper…We were part of the Fragile Five due to their bad governance. But now we are in the top five economies. The people have the right to know what policies &… pic.twitter.com/UNjPcHVLeX— ANI (@ANI) February 9, 2024
एक दिन के लिए बढ़ाया गया सत्र
31 जनवरी को दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संबोधन के साथ शुरू हुआ सत्र एक दिन बढ़ाकर 10 फरवरी तक कर दिया गया है। मालूम हो कि पहले इसे 9 फरवरी को समाप्त होना था।