नई दिल्ली, । देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी थमने का नाम नहीं ले रही है। पेट्रोल-डीजल के साथ ही सीएनजी की कीमतें भी तेजी से बढ़ रही हैं। विपक्षी दल इस मुद्दे को लेकर संसद में केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं। विपक्षी दलों के सांसद महंगाई के मुद्दे पर चर्चा के लिए सदन में नोटिस भी दे रहे हैं, लेकिन सभापति की तरफ से चर्चा की अनुमति नहीं दी जा रही है। इस वजह से विपक्षी दल लगातार सदन में हंगामा कर रहे हैं। हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही को स्थगित भी करना पड़ रहा है।
टीएमसी सांसदों ने दिया राज्यसभा में नोटिस
टीएमसी के सांसद लुइजिन्हो फलेरियो, मोहम्मद नदीमुल हक और सुष्मिता देव ने मंगलवार को राज्यसभा में नियम 267 के तहत “ईंधन सहित आवश्यक वस्तुओं में मूल्य वृद्धि को लेकर बिजनेस नोटिस दिया है।
दूसरे देशों के मुकाबले कम बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम
इससे पहले मंगलवार को केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर जवाब दिया था। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप पुरी ने कहा है कि विकसित देशों में पिछले एक वर्ष में 50 प्रतिशत पेट्रोलियम उत्पाद महंगे हुए हैं, जबकि अगर भारत में कीमतों को देखा जाए तो यह वृद्धि सिर्फ पांच प्रतिशत की है।
फिर बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम, सीएनजी भी महंगी
बता दें कि देश में बुधवार को भी पेट्रोल और डीजल के दाम में बढ़ोतरी हुई है। तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 80 पैसे प्रति लीटर का इजाफा किया है। बीते 16 दिनों में 14वीं बार ईंधन की कीमतें बढ़ी हैं। देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 105 रुपये प्रति लीटर के पार हो गया है। वहीं, मुंबई में इसकी कीमत 120 रुपये प्रति लीटर से भी ज्यादा है।