पटना, : जन सुराज यात्रा से बिहार में अपनी पैंठ बनाने के लिए निकले प्रशांत किशोर ने विपक्ष को एकजुट करने में लगे मुख्यमंत्री नीतीश को बिहार की चिंता करने की हिदायत दी है।
पीके ने कहा कि एक आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री थे चंद्रबाबू नायडू वो भी 2019 में उसी भूमिका में थे, जिस भूमिका में नीतीश कुमार (बिहार के मुख्यमंत्री) आने का प्रयास कर रहे हैं।
नीतीश कुमार के तो 42 विधायक हैं, लंगड़ी सरकार है, मगर वो तो (चंद्रबाबू नायडू) आंध्र प्रदेश में बहुमत की सरकार चला रहे थे।
पीके ने कहा कि यही भूमिका (नीतीश कुमार की) उन्होंने (चंद्रबाबू नायडू ने) शुरू की थी कि वे सभी को साथ लाएंगे। उसका नतीजा ये हुआ कि उनके सिर्फ 23 विधायक और वो सत्ता से बाहर हो गए, वहीं उनके सांसद भी घटकर तीन रह गए।
प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार को बिहार की चिंता करनी चाहिए। इनका खुदा का ठिकाना नहीं है, जिस पार्टी (जदयू) का खुद का एक सांसद (लोकसभा में) नहीं है, वो देश का पीएम तय कर रहे हैं, जिनका अपना कोई ठोर-ठिकाना नहीं है वो पूरे देश की पार्टियों को एकत्र कर रहे हैं।