नई दिल्ली, । देश में राष्ट्रपति चुनाव (President Election 2022) जल्द होने जा रहे हैं। हालांकि अभी राष्ट्रपति चुनाव की तारीख का एलान नहीं किया गया है। इसी सिलसिले में चुनाव आयोग गुरुवार दोपहर प्रेस कांफ्रेंस करने जा रहा है। चुनाव आयोग दोपहर तीन बजे राष्ट्रपति चुनाव की तारीख का एलान करेगा। गौरतलब है कि मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को पूरा हो रहा है।
राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया
भारत के राष्ट्रपति का चुनाव अनुच्छेद 55 के अनुसार आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के एकल संक्रमणीय मत पद्धति के द्वारा होता है। राष्ट्रपति को भारत के संसद के दोनो सदनों (लोकसभा और राज्यसभा) के अलावा राज्य की विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्यों पांच साल के लिए चुनते हैं।
2017 में हुआ था राष्ट्रपति चुनाव
संविधान के अनुच्छेद 62 के अनुसार राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) 24 जुलाई को अपने पांच साल का कार्यकाल पूरा कर रहे हैं और अगले राष्ट्रपति के लिए चुनाव इससे पहले ही होना चाहिए। बता दें कि 17 जुलाई 2017 को राष्ट्रपति चुनाव हुआ था और इसके नतीजे की घोषणा 20 जुलाई को हुई थी। उस वक्त करीब पचास फीसद वोट एनडीए के पक्ष में थे साथ ही क्षेत्रीय दलों में भी अधिकतर दलों का समर्थन मिल गया था।
देश के सभी निर्वाचित सांसद और विधायक इसमें वोट देते हैं। राष्ट्रपति बनने के लिए 549441 वोटों की दरकार है। राष्ट्रपति चुनाव में सबसे अधिक वोट हासिल करने से जीत का फैसला नहीं लिया जाता। इसमें वोटों का वेटेज देखा जाता है। वर्तमान में राष्ट्रपति चुनाव के लिए इलेक्टोरल कालेज के सदस्यों के वोटों का कुल वेटेज 1098882 है। जीत के लिए उम्मीदवार को 549441 वोट हासिल करना होगा।