मानसा, : विधानसभा चुनाव हारने के 9 महीने विदेश से पंजाब (Punjab) लौटे पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) मरहूम गायक सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose wala) के परिवार से मिलने के लिए उनके गांव मूसा पहुंचे। उनके मूसा पहुंचते ही मानसा पुलिस द्वारा उनको रात के ग्यारह बजे ही अदालत के समन थमा दिए गए। चन्नी सिद्धू मूसेवाला के घर पर रात रुके और बुधवार को अलसुबह ही वहां से निकल गए।
पहले से मौजूद थी पुलिस
पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि, ”अभी मैं विदेश से लौटा हुआ हूं। पंजाब में दाखिल हुआ हूं और यहां दाखिल होते ही अपने परिवार सिद्धू मूसेवाला के घर पर शोक प्रकट करने के लिए पहुंचा हूं। बहुत ही दुखदायक घटना हुई है। बदकिस्मती से जब मैं रास्ते में आ रहा था तो मुझे पुलिस का मैसेज मिला कि यहां ना आऊं,आपको गिरफ्तार किया जाएगा। मैंने कहा कि मैंने परिवार के साथ अफसोस प्रकट करने आना है। अगर आपने गिरफ्तार करना है तो गिरफ्तार कर सकते हैं। फिर मुझे कहा गया कि अगर आपने आना ही है तो आकर तुरंत चले जाना, रात ना रुकना। तो मैंने कहा कि मैं रात भी रुकांगा। आपने जैसे करना है कर सकते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि, मैं जब रात को मूसा गांव में पहुंचा तो वहां पर पहले से ही पुलिस मौजूद थी, यहां पहुंचते ही समन थमा दया।”
‘सरकार पंजाब की ओर ध्यान दे’
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि, ”असल में चुनाव प्रचार के अतिंम दिन मैं सिद्धू मूसेवाला की कैंपेन के लिए मानसा में आया हुआ था। उस समय आम आदमी पार्टी द्वारा शिकायत दी गई थी। उस पर 188 के तहत केस दर्ज किया गया था। ये एक जमानती मामला था और झूठा केस दर्ज किया गया था। सिद्धू की मौत के बाद सिद्धू मूसेवाला और चन्नी के खिलाफ अदालत में चालान पेश कर दिया गया। पहली बात तो जब सिद्धू की मौत ही हो चुकी थी तो उसके खिलाफ चालान पेश नहीं किया जा सकता था बल्कि केंसलेशन भरी जानी थी। मेरे खिलाफ अगर चालान पेश करना था तो मेरा पक्ष तो जान लेना चाहिए था। मैं चुनाव के बाद दो माह तक अपने घर पर ही रहा हूं, तब तो किसी ने मुझसे कोई पूछताछ नहीं की। अब जब मैं सिद्धू के घर पर अफसोस प्रकट करने के लिए आया हूं तो मुझे रोका गया। ये सरकार की बहुत ही बुरी बात है। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि वो पंजाब की ओर ध्यान दे। जो दुखदायक घटनाएं हो रही हैं वो ना हों।”
एसएसपी ने कही ये बात
ऊधर, मानसा के एसएसपी डा नानक सिंह ने कहा कि मानसा में चुनाव आचार सहिंता के उल्लघंन के तहत उस समय के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। इस केस के तहत ही चरणजीत सिंह चन्नी को समन सौंपे गए हैं।