मुंबई, । पद्म भूषण से सम्मानित उद्योगपति राहुल बजाज का महाराष्ट्र के पुणे में रविवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ। चेतक और प्रिया स्कूटर माडल के जरिये बजाज ब्रांड को घरेलू नाम बनाने वाले मशहूर उद्योगपति राहुल बजाज का शनिवार को निधन हो गया था। वे 83 वर्ष के थे। बजाज समूह के पूर्व चेयरमैन ने पुणे स्थित रूबी हाल अस्पताल में अंतिम सांस ली। वे प्रख्यात स्वतंत्रता सेनानी जमनालाल बजाज के पौत्र थे। उनके योगदान के लिए भारत सरकार ने उन्हें पद्मभूषण से सम्मानित किया था। रूबी हाल अस्पताल के चेयरमैन डा. परवेज ग्रांट ने बताया कि राहुल बजाज का आज दोपहर ढाई बजे निधन हो गया। हृदय और फेफड़े संबंधी बीमारियों के चलते उनका निधन हुआ। पिछले एक महीने से अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था।
1965 में संभाली थी बजाज समूह की कमान
राहुल बजाज ने 1965 में बजाज समूह के कारोबार की कमान संभाली। इसके बाद से यह समूह लगातार विकास करता गया। उन्होंने भारत में बंद अर्थव्यवस्था से उदार अर्थव्यवस्था के रूप में परिवर्तन के दौरान विविध इकाइयों का संचालन किया। उनके नेतृत्व में बजाज आटो का टर्नओवर 7.2 करोड़ से बढ़कर 12,000 करोड़ रुपये हो गया। बजाज स्कूटर का इसमें प्रमुख योगदान था।
दो बार रहे सीआइआइ अध्यक्ष
राहुल बजाज 1979-80 और 1999-2000 के लिए दो बार सीआइआइ के अध्यक्ष रहे। 1986-1989 के दौरान बजाज ने पूर्ववर्ती इंडियन एयरलाइंस के चेयरमैन के रूप में काम किया। सबसे सफल उद्योगपतियों के रूप में गिने जाने वाले बजाज 2006 से 2010 तक राज्यसभा सदस्य रहे।
दिल्ली विश्वविद्यालय से किया था स्नातक
10 जून, 1938 को जन्मे राहुल बजाज ने दिल्ली विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातक किया था। इसके अलावा उन्होंने मुंबई विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई की थी। उनके पास हार्वर्ड विश्वविद्यालय से एमबीए की डिग्री भी थी। विश्व आर्थिक मंच में अंतरराष्ट्रीय व्यापार परिषद की अध्यक्षता भी वे कर चुके थे। वे हार्वर्ड बिजनेस स्कूल के दक्षिण एशिया सलाहकार बोर्ड के भी पूर्व सदस्य थे।