Latest News नयी दिल्ली राजस्थान राष्ट्रीय

Rajasthan : अशोक गहलोत ने साधा विपक्ष पर निशाना, कहा- शहीदों की विधवाओं को गुमराह कर रहे BJP नेता


जयपुर, । पुलवामा हमले के शहीदों की वीरांगनाओं ने राजस्थान की गहलोत सरकार पर खुद को नजरबंद किए जाने का गंभीर आरोप लगाया है। जिसके बाद से ही भाजपा राज्य सरकार पर हमला बोलने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है। हालांकि, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को कहा कि भाजपा नेता लोगों को गुमराह कर रहे हैं और राजस्थान की छवि खराब कर रहे हैं।

अशोक गहलोत ने साधा भाजपा पर निशाना

दरअसल, सीएम अशोक गहलोत ने राज्य योजना के तहत शहीदों के परिवारों को मिलने वाले लाभ का बचाव करते हुए कहा कि भाजपा नेता लोगों को गुमराह कर रहे हैं और राजस्थान की छवि खराब कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि राजस्थान सरकार ने शहीदों की विधवाओं को जिस तरह का पैकेज दिया है, वह पुलवामा, बालाकोट या कारगिल का हो, देश में कहीं भी मौजूद नहीं है। मैं लगभग 25 साल पहले जब मैं मुख्यमंत्री था तब पैकेज लाया था।

‘चार साल बाद क्यों कर रहे नौकरी की मांग’

गहलोत ने रविवार को कहा वे चार साल बाद नौकरी क्यों मांग रहे हैं? घटना 2019 में हुई थी, लेकिन तब कोई मांग नहीं थी और अब अचानक चार साल बाद मुद्दा उठाया गया है। भाजपा नेता लोगों को गुमराह कर रहे हैं और राजस्थान की छवि खराब कर रहे हैं।

शहीदों की विधवाओं के आरोपों पर दी गहलोत न प्रतिक्रिया

गहलोत ने एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद संवाददाताओं से कहा कि राज्य सरकार के पैकेज के तहत शहीदों के परिवारों को जमीन और आवास आवंटित किए जाते हैं, शहीदों के नाम पर स्कूल बनाए जाते हैं और उनके बच्चों के लिए नौकरियां आरक्षित रखी जाती हैं। मुख्यमंत्री की यह टिप्पणी तीन शहीदों की विधवाओं द्वारा किए जा रहे विरोध के बाद आई है। शहीदों की विधवाएं नियमों में बदलाव की मांग कर रही हैं, ताकि उनके रिश्तेदारों और न केवल बच्चों को अनुकंपा के आधार पर सरकारी नौकरी मिल सके।

क्या है मामला

बता दें कि 11 दिनों तक शहीदों की विधवाएं जयपुर में बीजेपी सांसद किरोड़ीलाल मीणा के साथ धरने पर बैठी हुई थी। हालांकि, पुलिस ने उन्हें वहां से हटा दिया। इसके बाद महिलाओं ने आरोप लगाया था कि उनके घर के आसपास पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। न तो उन्हे किसी से मिलने दिया जा रहा है और न ही किसी को उनके घर में आने दिया जा रहा है।