जयपुर, राजस्थान में आदिवासियों एवं दलितों का धर्म परिवर्तन करवा कर ईसाई बनाने का सिलसिला थम नहीं रहा है। पैसों के लालच और ब्रेन वाश के जरिए ईसाई मिशनरी आदिवासियों एवं दलितों का धर्म परिवर्तन करवाने में जुटी है। ईसाई धर्म का प्रचार करने वाले लोग पिछले कुछ महीनों से राजस्थान के विभिन्न जिलों में घूम रहे हैं ।
तीन महीने में चार सौ से ज्यादा दलित एवं गरीब परिवारों का धर्म परिवर्तन
प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में पिछले तीन महीने में चार सौ से ज्यादा दलित एवं गरीब परिवारों का धर्म परिवर्तन करवाया गया है। जानकारी के अनुसार आदिवासी जिलों उदयपुर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़ के साथ ही जयपुर, सवाईमाधोपुर, अलवर, सिरोही और बारां जिलों में गरीब एवं दलितों का धर्म परिवर्तन करवाने का सिलसिला तेजी से जारी है।
देवी-देवताओं की मृर्तियां तोड़ने अथवा कुएं में फेंकने के लिए कहा जाता
खुद को मिशनरी मंडली बताने वाले लोग मूर्ति पूजा को खत्म करने, हिंदू देवी-देवताओं को नहीं मानने एवं व्रत नहीं करने को लेकर ग्रामीण इलाकों में उपदेश दे रहे हैं। सभी जिलों में कही एक कमरे में तो कहीं खुले मैदान में प्रार्थना सभा कर देवी-देवताओं की मृर्तियां तोड़ने अथवा कुएं में फेंकने के लिए कहा जा रहा है।
सुरक्षा से जुड़े प्रदेश के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि पंजाब के अमृत संधु से जुड़े लोगों ने पिछले कुछ महीनों में सवाईमाधोपुर और जयपुर जिलों में लोगों का धर्म परिवर्तन करवाया है। जयपुर जिले के वाटिका में स्थित शिव सागर गार्डन में 28 अक्टूबर को बड़े पैमाने पर धर्म परिवर्तन करवाने की योजना थी। लेकिन हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं एवं स्थानीय लोगों के विरोध के कारण ऐसा नहीं हो सका है।
अलवर में कुछ लोगों ने अक्टूबर में धर्म परिवर्तन किया था। खुद पर धर्म परिवर्तन करने को लेकर स्वजनों द्वारा बनाए जा रहे दबाव से परेशान होकर एक दंपति ने पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम से शिकायत की थी। इसी तरह सिरोही और बारां में धर्म परिवर्तन की घटनाएं पिछले कुछ महीनों में हुई है।
भाजपा ने गहलोत सरकार को घेरा
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि राजस्थान कितना असुरक्षित है, इसका नमुना धर्मांतरण से पता चलता है। हिंदुओं को दबाव बनाकर ईसाई बनाया जा रहा है। लव जेहाद की घटनाएं हो रही है। आर्थिक रूप से कमजोर एवं दलितों को निशाना बनाया जा रहा है।लेकिन अशोक गहलोत सरकार इस मामले में कुछ भी नहीं कर रही है। प्रदेश के आदिवासी जिले बांसवाड़ा में विश्व हिंदू परिषद के मंत्री सुरेश उपाध्याय ने बताया कि हिंदू हितचिंतक धर्म परितर्वन की घटनाओं को रोकने के लिए सक्रिय हुए हैं । सरकार अथवा कांग्रेस की तरफ से इस बारे में कोई भी नेता बोलने को तैयार नहीं है।